दुर्गापुर:
पश्चिम बर्धमान जिले के दुर्गापुर स्थित कांका सा थाना क्षेत्र के बांश्कोपा टोल प्लाज़ा पर गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। तृणमूल कांग्रेस के गोपालपुर ग्राम पंचायत सदस्य पन्ना घोष पर दादागिरी, धमकी और एक कर्मचारी से मारपीट का संगीन आरोप लगा है। आरोपों के बाद क्षेत्र में राजनीतिक गर्मी तेज हो गई है।
टोल प्लाज़ा में यूनियन गठन के बाद शुरू हुई तनातनी
दरअसल, कुछ दिन पहले टोल प्लाज़ा में तृणमूल श्रमिक यूनियन की कोर कमिटी का गठन किया गया था। तभी से यहां संगठन को लेकर अंदरूनी खींचतान शुरू हो गई थी। स्थानीय कर्मचारी कौशिक सरकार ने आरोप लगाया कि कुछ बाहरी लोग संगठन के कामकाज में हस्तक्षेप कर रहे हैं।
“पार्टी के नाम पर धमकाया गया, जान से मारने की धमकी दी गई” – पीड़ित का आरोप
कौशिक सरकार का कहना है कि बुधवार रात पंचायत सदस्य पन्ना घोष टोल प्लाज़ा पहुंचे और उनसे संगठन को लेकर सवाल पूछने पर नाराज होकर बहस करने लगे। अगली सुबह ड्यूटी के समय उन्हें धमकी दी गई और मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना की गई।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, लेकिन पंचायत सदस्य ने साधी चुप्पी
घटना की सूचना मिलते ही कांकसा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू में लिया। हालांकि, पंचायत सदस्य पन्ना घोष ने मीडिया के सवालों पर चुप्पी साधते हुए सिर्फ इतना कहा कि वे पूरे मामले की जानकारी राज्य मंत्री प्रदीप मजूमदार और जिला अध्यक्ष नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती को देंगे।
भाजपा का पलटवार – “यह है तृणमूल की सत्ता की असली तस्वीर”
इस घटना को लेकर भाजपा ने तीखा हमला बोला है। पार्टी नेताओं ने कहा कि राज्य में तृणमूल के जनप्रतिनिधि सत्ता का दुरुपयोग कर आम लोगों और कर्मचारियों को डरा रहे हैं।
“जहां पंचायत सदस्य खुद धमकियां दे रहे हैं, वहां आम जनता कितनी सुरक्षित है?” – भाजपा नेता