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आसनसोल के चित्तरंजन स्थित चित्तरंजन लोअर प्राइमरी स्कूल के विद्यालय में सप्ताह में दो दिन मध्याह्न भोजन की थाली में मशरूम की चटनी और मशरूम की सब्जी दी जाती है l विद्यालय के लगभग 80 छात्र दोपहर में यह पौष्टिक भोजन करते हैं सप्ताह में दो दिन भोजन की थाली में मशरूम परोसा जाता है l प्रधान शिक्षिका झरना मंडल ने कहा कि विद्यालय के छात्र-छात्राओं को मध्याह्न भोजन में पौष्टिक आहार खिलाने के बारे में वे काफी दिनों से सोच रही थीं l हालांकि सप्ताह में एक दिन अंडा, सोयाबीन, मांस दिया जाता है और छात्रों की पसंद के अनुसार सब्जियां पकाई जाती हैं l इस मध्याह्न भोजन में उन्हें सप्ताह में एक बार फल खिलाया जाता है l हालाँकि, वह और कैसे पौष्टिक भोजन दे सकते है इस बिषय में विचार कर रहे है l
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उसके बाद मशरूम की खेती का विषय मन में आया है l स्कूल के अन्य शिक्षकों के साथ इस विषय पर चर्चा की गई, जिसके बाद उन्होंने मशरूम प्रशिक्षक निर्मल मंडल से मशरूम की खेती की विधि सीखी l उसके बाद उन्होंने स्कूल में मशरूम की खेती शुरू की l सबसे पहले भूसे को प्लास्टिक की थैलियों में काटें, उन्हें चूने के पानी में धोएं, उन्हें गुनगुने पानी में उबालें, एक थैले में भूसे को व्यवस्थित करें, मशरूम के बीज डालें और ऊपर से एक विशिष्ट तरीके से दवा लगाएं l यँहा मशरूम की खेती आठ बैग में की गई है। पूरा पैसा शिक्षक और शिक्षिका ने मिलकर खर्च किया है l उनलोगों का आनेवाले दिनों में और अधिक खेती करने की योजना है l
झरनामंडल (प्रधानाध्यापिका)
शुनिता टुडू (छात्रा)