
दुर्गापुर : आज मंगलवार को भारतीय क्रिकेटर, राजनीतिज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार और वर्दवान – दुर्गापुर लोकसभा केंद्र से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार कीर्ति वर्द्धन झा आजाद ने औद्योगिक शहर दुर्गापुर के विधान नगर अस्पताल के एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान दुर्गापुर – आसनसोल भोजपुरी मंच के प्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता महेन्द्र झा उर्फ चाचा से एक अनौपचारिक मुलाकात में कहा कि मैं भारतीय हूं और बांग्ला भाषा 6 माह में सीख जाऊंगा। बांग्ला में आजाद ने कहा , “आमी बांग्ला बुझी, किंतु बोलते पारी ना, 6 माह वेट करुन।”
2 जनवरी 1959 को बिहार के पूर्णिया में जन्मे कीर्ति झा आजाद की पढ़ाई दिल्ली में पूरी हुई है। आजाद ने सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में बीए (ऑनर्स) की परीक्षा पास की है। माता श्रीमती इंदिरा झा आजाद के बेटे कीर्ति आजाद की पत्नी पूनम झा आजाद हैं और इनकी दो संतानें, सूर्या आजाद और सौम्या आजाद हैं। कीर्ति आजाद के पिता भागवत झा आजाद बिहार के पूर्व मुख्य मंत्री रह चुके हैं। दरभंगा जिले के कथलबारी , दीवानी ताकिया गांव के निवासी कीर्ति आजाद 2009 से 2019 तक लोकसभा के सदस्य थे और पहली बार दरभंगा से विधायक बने लेकिन 18 फरवरी 2019 को भारतीय जनता पार्टी को अलविदा कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया।
कीर्ति झा आजाद केन्द्र में मंत्री , संसदीय समिति के सदस्य और कई महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित कर चुके हैं। आजाद पत्रकार भी रह चुके हैं और सामाजिक उत्तरदायित्व भी संभालते हैं।