आसनसोल जिला कोर्ट में बीते 23 फरवरी से फैमिली कोर्ट के शुरुआत होने से आसनसोल बार एसोसिएशन के वकीलों को ऐतराज है। उनका कहना है कि वकीलों से बिना बात किए यहां फैमिली कोर्ट शुरू कर दिया गया और उसमें 14 कोर्ट का मामला एक कोर्ट में भेज दिया गया। वहां वकीलों की संख्या कम है।
इससे नागरिकों के साथ वकीलों को भी परेशानियां हो रही है। फैमिली कोर्ट शुरू किए जाने पर ऐतराज जताते हुए वकील कई दिनों से आंदोलनरत हैं। इस मुद्दे को लेकर बीते शुक्रवार को बार एसोसिएशन में एक बैठक भी हुई। शनिवार को वकीलों के इस एतराज को लेकर राज्य सरकार के न्याय, विधि एवं श्रम मंत्री मलय घटक आसनसोल जिला कोर्ट स्थित आसनसोल बार एसोसिएशन कार्यालय पहुंचे।
वहां उन्होंने इस मुद्दे पर वरिष्ठ अधिवक्ताओं के साथ बैठक की। इस संबंध में बताते हुए बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश तिवारी ने बताया कि आज कानून एवं श्रम मंत्री मलय घटक बार एसोसिएशन पहुंचे थे। उन्होंने बार एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ताओं से इस मुद्दे को लेकर चर्चा की। हालांकि बैठक में क्या निर्णय लिया गया, इसके बारे में उन्होंने कुछ नहीं बताया।
वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता शेखर कुंडू ने कहा कि फैमिली कोर्ट की शुरुआत होने से वकीलों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहाँ वकीलों को घुसने की इजाजत नहीं दी गई है। यह वकीलों का अपमान है। इस पर क्या एमेंडमेंट हुआ है। मुझे मालूम नहीं है, ना ही मेरे पास कोई पेपर है । लेकिन इस तरह से फैमिली की कोर्ट शुरूआत किए जाने से वकील आंदोलनरत हैं।