पश्चिम बंगाल सरकार और आंदोलनरत जूनियर डॉक्टरों के बीच चल रहा संघर्ष दुर्गा पूजा के दौरान कोलकाता की सड़कों पर फैल गया। बुधवार, 9 अक्टूबर 2024 को आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की एक महिला डॉक्टर की कथित हत्या और दुष्कर्म के विरोध में भूख हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टरों के स्वास्थ्य में गिरावट आ रही है। हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों के स्वास्थ्य की जाँच के लिए चिकित्सा टीम ने उनके स्वास्थ्य की जाँच की। डॉक्टरों की ये भूख हड़ताल 100 घंटे से ज्यादा समय से जारी है, और इसके चलते कई डॉक्टरों की हालत बेहद खराब हो गई है।
प्रदर्शनकारियों का ममता सरकार के खिलाफ आक्रोश
गुरुवार, 10 अक्टूबर 2024 को यह मामला और भी गंभीर हो गया जब प्रदर्शनकारियों ने कोलकाता की सड़कों पर मार्च किया और कई दुर्गा पूजा पंडालों में जाने का प्रयास किया। यह सब “अभया परिक्रमा” नामक एक विरोध अभियान का हिस्सा था, जिसमें सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने पोस्टर और नारे उठाते हुए “न्याय दो” की आवाज बुलंद की। प्रदर्शनकारियों का मुख्य उद्देश्य महिला डॉक्टर के लिए न्याय मांगना था, और उन्होंने कोलकाता के कॉलेज स्क्वायर, कॉलेज स्ट्रीट, और गणेश चंद्र एवेन्यू के दुर्गा पूजा पंडालों तक मार्च किया। पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को भी जनता ने तोड़ दिया और प्रदर्शनकारियों की भीड़ आगे बढ़ी।
आंदोलन के समर्थन में जनसैलाब
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता, तब तक ये आंदोलन जारी रहेगा। इस घटना से दुर्गा पूजा के दौरान कोलकाता में सामान्य जनजीवन प्रभावित हो गया है। प्रदर्शनकारी “अभया परिक्रमा” के जरिये आम जनता का समर्थन भी हासिल कर रहे हैं।
पूजा पंडालों में गरमाया माहौल, पुलिस और प्रदर्शनकारियों में टकराव
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए, लेकिन भीड़ ने उन्हें तोड़ दिया। दुर्गा पूजा के बीच ऐसी घटनाओं ने शहर में तनाव पैदा कर दिया है। आंदोलन के चलते पूरा शहर आंदोलित नजर आ रहा है और पूजा के माहौल में आक्रोश भरा हुआ है।