अखिल भारतीय मतुआ महासंघ के संघाधिपति और बनगांव लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी शांतनु ठाकुर ने शुक्रवार को ठाकुरनगर के ठाकुरबाड़ी में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जो लोग नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे थे, उन्हें थप्पड़ मारा गया l देशभर में CAA लागू हो चुका है l इसके बाद से मतुआ शरणार्थी खुशी से भर गए है l सीएए के लिए आवेदन करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया गया था। वहीं आवेदन प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है l कुछ महीने पहले सीएए के लिए आवेदन करने के बाद दिल्ली में कुल 14 लोगों को नागरिकता प्रमाण पत्र दिया गया है। इस बार इस राज्य में कुल 8 लोगों को नागरिकता प्रमाणपत्र दिया गया है l इनमें ठाकुरनगर बारा इलाके की गृहिणी शांति लता विश्वास भी शामिल हैं। 16 साल की उम्र में धार्मिक उत्पीड़न के कारण वह इस देश में चली आई है । अंततः उन्हें भारतीय नागरिक के रूप में मान्यता दी गई। उनके पति तारक विश्वास ने नागरिकता के लिए आवेदन किया है और जल्द ही उन्हें भी भारतीय नागरिकता दी जाएगी। इस संबंध में शांतनु ठाकुर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जो लोग धार्मिक उत्पीड़न के कारण इस देश में आए, उन्हें शरणार्थी कहा जाता था l अब से कोई भी उन्हें बांग्लादेशी या शरणार्थी नहीं कहेगा l इतने दिनों तक उन्हें कागज और कलम से परेशान होना पड़ा था । वह समस्या हल हो गई है l शांतनु ने यह भी कहा कि जो लोग नागरिकता संशोधन कानून के बारे में गलत सूचना फैला रहे हैं, उन्हें बताना चाहूंगा कि जिन लोगों ने आवेदन किया और नागरिकता प्राप्त की, उनका कुछ भी रद्द नहीं किया गया है। और जो लोग निस्वार्थ नागरिकता चिल्लाते थे, उनके लिए CAA के लिए आवेदन करने के लिए किसी कागज की आवश्यकता नहीं है। विरोध करने वालों के चेहरे पर झामा, गोबर और चूना मल दिया गया l
शांतनु ठाकुर ने यह भी कहा कि दस हजार मतुआ शरणार्थियों ने आवेदन किया है और आवेदन प्रक्रिया अभी भी जारी है l