आसनसोल नगर निगम (AMC) और CREDAI के बीच कल एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें शहर की इमारत योजना की मंजूरी और बिल्डरों की विभिन्न समस्याओं को हल करने पर चर्चा की गई। बैठक में AMC के तरफ से कमिशनर के सेक्रेटरी बिनोद कुमार गुप्ता की उपस्थिति में CREDAI की ओर से कई महत्वपूर्ण मांगें रखी गईं।
इमारत योजना मंजूरी में देरी
बिल्डरों की सबसे बड़ी शिकायत इमारत योजना की मंजूरी में अत्यधिक समय लगने को लेकर थी। CREDAI के प्रतिनिधि सचिन्द्र नाथ रॉय और बिनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि मंजूरी में हो रही देरी से बिल्डरों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने AMC से मंजूरी की समयसीमा को कम करने की अपील की।
नियमों में बदलाव और नियमितीकरण
AMC द्वारा 4 दिसंबर 2023 को जारी नए अधिसूचना के अनुसार, भवन योजनाओं में मामूली बदलावों को अनुमति दी जा सकती है। उदाहरण के तौर पर, इमारत की आंतरिक संरचना में हल्के बदलाव को अनियमितता नहीं माना जाएगा, लेकिन केवल मामूली बदलाव ही स्वीकार्य होंगे।
पेयजल समस्या का समाधान
बैठक में बिल्डरों ने बल्क पानी कनेक्शन के लिए लंबी प्रक्रिया की भी शिकायत की। उन्होंने बताया कि निर्माण परियोजनाओं के लिए पीने योग्य पानी का कनेक्शन तुरंत प्रदान किया जाना चाहिए। CREDAI के प्रतिनिधियों ने कहा कि पानी की कनेक्शन में देरी से न केवल बिल्डरों को बल्कि निवासियों को भी काफी परेशानी हो रही है।
प्रमाणपत्र में देरी
एक अन्य महत्वपूर्ण मुद्दा ऑक्यूपेंसी या कंप्लीशन सर्टिफिकेट प्राप्त करने में देरी से जुड़ा था। CREDAI ने बताया कि पश्चिम बंगाल रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (WB RERA) के नियमों के अनुसार, बिल्डरों को फ्लैट का हस्तांतरण करने के 5 साल के भीतर यह प्रमाणपत्र जमा करना होता है। लेकिन कई मामलों में यह प्रक्रिया लंबी खिंच जाती है, जिससे बिल्डरों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
अंतिम निष्कर्ष
इस बैठक से उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में AMC बिल्डरों की समस्याओं को अधिक सक्रियता से हल करेगा और शीघ्र कार्रवाई करेगा। CREDAI ने आश्वासन दिया है कि वे सभी नियमों का पालन करते रहेंगे और शहर के विकास में अपना योगदान देंगे।