जामुड़िया: मंगलवार सुबह इकरा रेलगेट के पास उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया जब इकरा, महीषाबুड़ी और चंडीपुर—इन तीन गांवों के सैकड़ों लोग खराब सड़क की मरम्मत की मांग को लेकर अचानक सड़क पर उतर आए। ग्रामीणों ने जामुड़िया से चाकडोला मोड़ तक जाने वाली मुख्य सड़क को पूरी तरह जाम कर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
🚧 “वर्षों से सड़क खस्ताहाल, प्रशासन सिर्फ आश्वासन देता है”—ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि इकरा गांव से इकरा स्टेशन तक की सड़क लंबे समय से बदहाल पड़ी है।
बार-बार शिकायत, ग्रामसभा में আবেদন, और प्रशासनिक अधिकारियों को लिखित सूचना देने के बावजूद आज तक सड़क मरम्मत का कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा—
“बच्चों को स्कूल भेजना मुश्किल, बीमार को अस्पताल ले जाना जोखिम भरा। क्या हमारा कोई सुनने वाला नहीं?”
💢 कई घंटे तक रोड जाम, आम लोगों को भी परेशानी
सुबह 8 बजे से शुरू हुआ विरोध दोपहर तक जारी रहा।
ऑफिस जाने वाले कर्मचारी, स्कूल बसें, और आपातकालीन वाहन भी जाम में फंस गए।
स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों ने साफ कहा—
“पहले लिखित में मरम्मत की तिथि दें, तभी जाम हटेगा।”
🛑 ग्रामीणों की स्पष्ट चेतावनी
प्रदर्शनकारियों ने घोषणा की कि जब तक प्रशासन रोड मरम्मत की तारीख तय कर सार्वजनिक सूचना जारी नहीं करता, आंदोलन अनवरत जारी रहेगा।
📢 स्थानीय सामाजिक संगठनों ने भी दिया समर्थन
चंडीपुर पंचायत के पूर्व सदस्य और स्थानीय सामाजिक संगठनों के नेताओं ने कहा कि यह सड़क 50,000 से अधिक लोगों की आवागमन की लाइफलाइन है।
“बारिश में सड़क नदी बन जाती है, सूखे में धूल उड़ती है। फिर भी मरम्मत नहीं—ये प्रशासन की गंभीर विफलता है,” उन्होंने आरोप लगाया।












