कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस ने भारतपुर के विधायक हुमायूं कबीर को कारण बताओ नोटिस जारी करने का फैसला किया है। पिछले कुछ महीनों में पार्टी अनुशासन के कथित उल्लंघन पर उनकी टिप्पणियों ने पार्टी नेतृत्व को असहज कर दिया है।
क्यों जारी हुआ कारण बताओ नोटिस?
हुमायूं कबीर ने सार्वजनिक रूप से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं फिरहाद हकीम और कल्याण बनर्जी पर निशाना साधा है। उन्होंने बार-बार कहा है कि पार्टी के महासचिव अभिषेक बनर्जी को महत्वपूर्ण संगठनात्मक जिम्मेदारी दी जानी चाहिए।
तृणमूल नेतृत्व के अनुसार, हुमायूं कबीर की ऐसी टिप्पणियां पार्टी के अनुशासन और छवि को नुकसान पहुंचा रही हैं। मुर्शिदाबाद के इस नेता द्वारा लंबे समय से विवादास्पद बयान दिए जा रहे हैं, जो पार्टी के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं।
तृणमूल का नया कदम:
तृणमूल कांग्रेस ने हाल ही में पार्टी में अनुशासन बनाए रखने के लिए तीन समितियों का गठन किया है। ये समितियां विवादों को टालने और अनुशासन बनाए रखने के लिए काम करेंगी।
हुमायूं कबीर पर आरोप:
तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि हुमायूं कबीर पार्टी की नीतियों और वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ सार्वजनिक टिप्पणी करके आंतरिक अनुशासन का उल्लंघन कर रहे हैं। इस मामले पर उनका पक्ष जानने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
पार्टी सूत्रों की राय:
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा:
“अगर पार्टी के अंदर कोई इस तरह की टिप्पणी करता है, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अनुशासन बनाए रखना अब हमारी प्राथमिकता है।”
राजनीतिक विवाद:
इस कारण बताओ नोटिस को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। विपक्ष का कहना है कि तृणमूल कांग्रेस के भीतर मतभेद और अनुशासनहीनता अब खुलकर सामने आ रही है।