आसनसोल/बलिया।
राजनीतिक गलियारों में उस वक्त हड़कंप मच गया जब यह खुलासा हुआ कि तृणमूल कांग्रेस विधायक हरिराम सिंह का नाम दो अलग-अलग राज्यों की वोटर लिस्ट में दर्ज है। एक ही व्यक्ति का नाम दो राज्यों में मतदाता सूची में होना अब एक बड़ा चुनावी विवाद बन गया है।
जानकारी के मुताबिक, हरिराम सिंह का नाम पश्चिम बर्धमान जिले के पांडेबेश्वर विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में मौजूद है। वहीं, हैरानी की बात यह है कि उनका नाम उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की सलेमपुर विधानसभा की वोटर सूची में भी पाया गया है।
दोनों ही जगहों पर सत्तारूढ़ दलों के प्रतिनिधि के रूप में उनका नाम होना अब राजनीतिक और कानूनी बहस का विषय बन गया है। विपक्षी दलों ने इसे “लोकतांत्रिक प्रक्रिया के साथ खिलवाड़” बताया है और चुनाव आयोग से तुरंत जांच की मांग की है।
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि इस खुलासे के बाद जिला प्रशासन और निर्वाचन विभाग सतर्क हो गए हैं। संभव है कि अब दोनों राज्यों के चुनाव आयोग इस मामले में आधिकारिक रिपोर्ट मांगे।
विपक्षी नेताओं ने सोशल मीडिया पर इसे लेकर तंज कसना शुरू कर दिया है। एक विपक्षी नेता ने लिखा—
“एक देश, दो वोटर कार्ड! यही है डबल इंजन की असली ताकत।”
वहीं, टीएमसी के सूत्रों ने कहा कि यह “तकनीकी त्रुटि” हो सकती है और हरिराम सिंह को खुद आगे आकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
आसनसोल और बलिया—दोनों ही जगह यह मुद्दा अब चर्चा का केंद्र बन गया है। जनता भी सवाल उठा रही है कि अगर यह गलती है तो वोटर डेटा सिस्टम में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई?
अब देखना यह होगा कि क्या चुनाव आयोग इस पर सख्त कार्रवाई करेगा या मामला राजनीतिक बयानबाज़ी तक ही सीमित रहेगा।












