आसनसोल: आज आसनसोल रेलवे स्टेशन के टैक्सी स्टैंड के टैक्सी चालकों ने रेलवे स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि वे लगभग 50 वर्षों से स्टेशन पर टैक्सी सेवा प्रदान कर रहे हैं और 1995 तक रेलवे को सीधे शुल्क जमा करते आ रहे थे। लेकिन अब रेलवे यहां ठेकेदार नियुक्त करने की कोशिश कर रहा है, जिसे टैक्सी चालक स्वीकार नहीं करेंगे। टैक्सी चालकों का कहना है कि वे रेलवे को भुगतान करने के लिए तैयार हैं, लेकिन किसी ठेकेदार का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करेंगे।
चालकों ने बताया कि आज उन्हें रेलवे सुरक्षा बल (RPF) द्वारा शाम 5:00 बजे यहां आने के लिए कहा गया था, लेकिन कोई अधिकारी दिखाई नहीं दिया। चालकों का स्पष्ट कहना है कि वे रेलवे को सीधा भुगतान करेंगे, लेकिन किसी ठेकेदार को नहीं देंगे।
इस मामले पर तृणमूल कांग्रेस के मजदूर संघ INTTUC के नेता मनोज यादव ने कहा कि टैक्सी स्टैंड को हटाने की साजिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी। घटना की जानकारी मिलने पर INTTUC नेता राजू अहलूवालिया मौके पर पहुंचे और कहा कि इस स्टेशन पर टैक्सी स्टैंड लंबे समय से है। वे 1981 से आसनसोल में रह रहे हैं और तब से यहां टैक्सी स्टैंड को देख रहे हैं। आज तक किसी भी DRM (डिविजनल रेलवे मैनेजर) ने इसे हटाने की बात नहीं की, तो अब यह चर्चा क्यों हो रही है? उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर आसनसोल रेलवे स्टेशन के टैक्सी स्टैंड को हटाने की कोशिश की गई, तो एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि एक समय था जब टैक्सी और साइकिल रिक्शा ही यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का एकमात्र साधन थे। अगर RPF या अन्य कोई इसे हटाने की कोशिश करता है, तो वे बड़े स्तर पर विरोध करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने इस मुद्दे पर मलय घटक और अभिजीत घटक से बात की है, दोनों ने कहा कि टैक्सी स्टैंड को हटाने का प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और TMC और उनके मजदूर संघ इसे रोकने के लिए चालकों के साथ हैं।
राजू अहलूवालिया ने आरोप लगाया कि कुछ रेलवे अधिकारी और कुछ बिचौलियों की मिलीभगत से टैक्सी स्टैंड पर कब्जा करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन यह कभी सफल नहीं होगा।