ख़बर के मुताबिक प्रशांत किशोर ने भविष्यवाणी की है कि बंगाल में लोकसभा के चुनाव में विपक्ष ही बीजेपी को जीत दिलाएगा l आगामी लोकसभा में भाजपा को रोकने की ताकत किसी में नहीं है। बंगाल में भी जीत का पलड़ा बीजेपी की ओर झुका हुआ है, यह पीके की बातों से स्पष्ट है। उनके मुताबिक विपक्ष मोदी की जीत को और स्पष्ट कर रहा है। बीजेपी का लक्ष्य आगामी चुनाव में 400 से ज्यादा सीटें हासिल करने का है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब तक चार बार बंगाल का दौरा कर चुके हैं। कार्यकर्ताओं के वोकल टॉनिक से लेकर वोटरों का दिल जीतने की कोशिशों तक कहीं कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। साथ ही उन्होंने लोगों के लाभ के लिए कई परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी है। ऐसे माहौल में बंगाल में बीजेपी की आंधी आने की भविष्यवाणी, वोट एक्सपर्ट प्रशांत किशोर ने की है।
उन्होंने साफ कर दिया कि आगामी लोकसभा में बीजेपी को रोकने की क्षमता किसी में नहीं है। उनके मुताबिक ये विपक्ष ही है जो अपनी गतिविधियों से मोदी जी की जीत का रास्ता साफ कर रहा है l पोल इंजीनियर प्रशांत किशोर ने बीजेपी की जीत की वजह के तौर पर 7 कारण बताए.
- प्रशांत किशोर, चुनाव प्रचार में ममता पर व्यक्तिगत हमला किए बिना हर बात के लिए पूरे जमीनी स्तर को जिम्मेदार ठहराने की रणनीति को महत्वपूर्ण मानते हैं।
- राजवंशी वोटों को आकर्षित करने के लिए अनंत महाराज को राज्यसभा भेजने की रकम बीजेपी के खाते में जाएगी l क्योंकि यह मतुआ के बाद बंगाल का दूसरा सबसे बड़ा अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय है।
- उनका मानना है कि बंगाल में कांग्रेस-सीपीएम और तृणमूल के बीच अलग-अलग लड़ाई के फैसले से आखिरकार बीजेपी को ही फायदा होगा।
- CAA नीति बंगाल की राजनीति में बीजेपी को मजबूत करेगी। बांग्लादेश से आए कई शरणार्थी बीजेपी का चेहरा बन गए थे।
- पहले सिंगुर, नंदीग्राम बने थे तृणमूल के तुरुप के पत्ते, इस बार खाली रहेगा बीजेपी का ब्रह्मास्त्र
- बंगाल के हिंदू वोटरों को किसी ने महत्व नहीं दिया और इस बार बीजेपी ने उसका इस्तेमाल किया है। बंगाल के हिंदू वोटर बीजेपी के लिए एक्स फैक्टर साबित होने वाले हैं।
- हिंदू समुदाय में जो अनुसूचित जाति के लोग हैं, वे भी इस बार बीजेपी को वोट देंगे l उन्हें लगता है कि जंगलमहल से राजबंशी, मतुआ के साथ आदिवासी वोट भी बीजेपी को मिलेंगे।
बता दें कि राजनीतिक गलियारों में प्रशांत किशोर की राय को हर कोई महत्व देता है। चाहे 2014 में मोदी का उदय हो या 2021 में बंगाल में तृणमूल की वापसी, प्रशांत किशोर की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही है। इसलिए राजनीतिक कारोबारी आगामी चुनाव से पहले उनकी टिप्पणियों को काफी गंभीरता से देख रहे हैं l