कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के झारखंड सीमा को सील करने के फैसले पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। JMM ने ममता बनर्जी के इस फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है, “शुक्र मनाइए सिर्फ गेट खोला है, अगर…”. यह टिप्पणी ममता दीदी के हालिया आदेश के खिलाफ उनके गुस्से को दर्शाती है, जिसके चलते झारखंड से पश्चिम बंगाल जाने वाले वाहनों और लोगों को सीमा पर भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
JMM का सख्त रुख
JMM नेता हेमंत सोरेन की अगुवाई में पार्टी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल सरकार के इस फैसले से दोनों राज्यों के लोगों के बीच अनावश्यक तनाव उत्पन्न हो रहा है। उनका कहना है कि ऐसे कदम न केवल लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं, बल्कि राज्य के व्यापारिक संबंधों को भी बाधित करते हैं।
ममता बनर्जी की सफाई
वहीं, ममता बनर्जी ने इस फैसले का बचाव करते हुए कहा है कि यह कदम राज्य में बाढ़ की स्थिति और अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए उठाया गया है। उनका कहना है कि झारखंड से आने वाले वाहनों की जांच आवश्यक है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
राजनीतिक टकराव
JMM और TMC के बीच इस मुद्दे पर विवाद और गहरा हो गया है। JMM का मानना है कि यह कदम झारखंड के खिलाफ साजिश के तहत उठाया गया है, जबकि TMC का दावा है कि यह फैसला केवल सुरक्षा कारणों से लिया गया है।
भाईचारे पर असर
इस फैसले का असर केवल राजनीतिक नहीं है, बल्कि सीमावर्ती इलाकों में बसे लोगों के बीच तनाव भी बढ़ रहा है। दोनों राज्यों के बीच पारंपरिक व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों पर भी इस फैसले का नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।