बराकर, 2 नवंबर, 2024: कुल्टी 2 पोस्ट में यादव समाज द्वारा गोवर्धन पूजा का आयोजन पूरे धूमधाम और उत्साह के साथ किया गया। इस अवसर पर यादव समाज ने भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना, सत्यनारायण कथा का आयोजन किया और गोधन की विशेष पूजा करते हुए प्रकृति के प्रति आभार प्रकट किया। गोवर्धन पूजा की परंपरा का निर्वहन करते हुए यादव समाज ने गाय के पैर धोए, तिलक लगाकर पूजा की, उसे मिष्ठान खिलाया और ध्वजारोहण किया।
संस्था के संरक्षक श्री हरेराम यादव ने इस अवसर पर कहा, “आज से लगभग 5000 वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पूजा की परंपरा की नींव रखी थी। यह पूजा न केवल भारतीय सनातन परंपरा का प्रतीक है, बल्कि प्रकृति और समाज के बीच के गहरे संबंध को भी दर्शाती है। गाय, जो प्रकृति का आशीर्वाद है और हमें दूध प्रदान करती है, उसकी पूजा के माध्यम से हम सभी को उसकी महत्ता और संरक्षण का संदेश प्राप्त होता है।”
पुजारी काली चरण पंडित ने मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत पूजा संपन्न करवाई। इस विशेष अवसर पर हरेराम यादव, लाल बाबू यादव, अवधेश यादव, सुरेश यादव, बिसु यादव, बीरेंद्र यादव, रामजी यादव, सत्येंद्र यादव, संजीव यादव, भरत यादव, शशि यादव, और राजकुमार यादव सहित समाज के सम्मानित लोग उपस्थित रहे। सभी ने भगवान श्रीकृष्ण के दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
विराट गोवर्धन पूजा का संदेश:
श्री हरेराम यादव ने कहा कि यादव समाज को प्रकृति एवं सनातन के प्रतीक के साथ सदैव जुड़कर, ढोंग और पाखंड से दूर रहना चाहिए। गोवर्धन पूजा भारतीय संस्कृति और प्रकृति के संतुलन का प्रतीक है, जो यादव धर्म के अनुयायियों को सच्चाई और निष्ठा के साथ जीवन जीने की प्रेरणा देता है।