आसनसोल शिल्पांचल में एक अनोखी घटना ने बवाल मचा दिया है। राहा लाइन मार्केट के बैनर्जी भवन में दीवारों पर भगवान की तस्वीरें और टाइल्स इस मकसद से लगाई गई हैं कि लोग उस जगह पर थूक न सकें। लेकिन इस घटना को लेकर अब हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया है।
भैरव सेना का विरोध:
भैरव सेना के अर्णव अधिकारी ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और इसे हिंदू आस्था पर हमला बताया है। उनका कहना है कि यह शर्मनाक है कि लोग भगवान की तस्वीरों का इस्तेमाल केवल इसलिए कर रहे हैं ताकि कोई वहां पर थूक न सके। उन्होंने कहा, “भगवान की तस्वीरें पूजा के लिए होती हैं, अपमान के लिए नहीं। हम इस घटना के खिलाफ प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगे।”
स्थानीय नेता शैलेश पुजारी की प्रतिक्रिया:
इस मामले पर शैलेश पुजारी ने भी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा, “भगवान की तस्वीरों का अपमान करना किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। पूजा के स्थानों पर भगवान की तस्वीरें लगाई जाती हैं, न कि उन जगहों पर जहां लोगों को थूकने से रोकने का मकसद हो।” उन्होंने इस घटना को आस्था के साथ खिलवाड़ बताया और इसका विरोध किया।
प्रशासन से कार्रवाई की मांग:
इस घटना से स्थानीय लोगों में भी रोष है और वे चाहते हैं कि जल्द से जल्द इस मामले में प्रशासन हस्तक्षेप करे। भैरव सेना के सदस्य और स्थानीय संगठनों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपने की तैयारी शुरू कर दी है ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हो सकें। इस मामले ने धार्मिक आस्था को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है।