जामुड़िया: मीठापुर गांव निवासी टिंकू बाउरी की नार्थ सियार शोल ओसीपी में कोयला चुनते समय कोयला धसान में दबकर मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने ओसीपी के पास शव रखकर जोरदार प्रदर्शन किया और मृतक के परिजनों को मुआवजा तथा एक सदस्य को नौकरी देने की मांग उठाई।
अवैध कोयला तस्करी का अड्डा बना ओसीपी, सुरक्षा पर उठे सवाल
स्थानीय सूत्रों के अनुसार नार्थ सियार शोल ओसीपी में बड़े पैमाने पर अवैध कोयला तस्करी हो रही है। आरोप है कि जामुड़िया के कोयला माफियाओं का इस तस्करी में सीधा दखल है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सुरक्षा प्रबंध बेहद कमजोर हैं, जिससे बाहरी लोगों की एंट्री आसानी से हो जाती है।

पिछले एक महीने में यह दूसरी मौत है। इससे पहले सीआईएसएफ की कार्रवाई के दौरान एक व्यक्ति भागते समय अवैध खदान में गिर गया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। लगातार हो रही इन घटनाओं से स्थानीय लोगों में डर और आक्रोश का माहौल है।
पार्षद सुब्रत अधिकारी ने की मुआवजे की मांग
आसनसोल नगर निगम के वार्ड 8 के पार्षद सुब्रत अधिकारी ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मीठापुर गांव के टिंकू बाउरी की धंसने से मौत हो गई। हमने प्रशासन से उसके परिवार को मुआवजा देने और एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है।”
प्रदर्शनकारियों की चेतावनी: जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो होगा उग्र आंदोलन

प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन और खदान प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि गरीब मजदूरों की जान जा रही है और कोई कार्रवाई नहीं हो रही। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाए तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
स्थानीय लोगों की मांग: अवैध कोयला तस्करी पर लगाम लगे
ग्रामीणों का कहना है कि ओसीपी में अवैध तस्करी के कारण मजदूरों की जान जोखिम में पड़ रही है। उन्होंने खदान क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और कोयला माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।