बाराबनी (पश्चिम बंगाल): आज बाराबनी ब्लॉक प्रशासन और बाराबनी थाना पुलिस ने जामग्राम ग्राम पंचायत के अमुलिया अजय नदी घाट पर स्थित एक अवैध ब्रिज को ध्वस्त कर दिया। यह ब्रिज पहले से ही उस क्षेत्र और झारखंड के बीच यात्रा के लिए बहुत महत्वपूर्ण था, लेकिन प्रशासन ने बताया कि यह अवैध निर्माण था, इसलिए इसे तीन टुकड़ों में तोड़कर ध्वस्त कर दिया गया, ताकि इस तरफ के लोग वहां न जा सकें और झारखंड के लोग इस तरफ न आ सकें।
झारखंड के लोगों की शिकायत: बढ़ रही हैं परेशानियां!
इस घटना के बाद, झारखंड के लोगों ने नाराजगी जताई और कहा, “यह हमारे लिए सबसे आसान रास्ता था। अब इस ब्रिज के ध्वस्त होने से हमारी ज़िंदगी में और भी समस्याएं बढ़ जाएंगी।”
बाराबनी क्षेत्र के लोगों का कहना: बहुत कम यात्रा करते हैं!
वहीं, बाराबनी क्षेत्र के लोग कहते हैं, “हम लोग झारखंड की तरफ बहुत कम जाते हैं। हालांकि, अगर यह ब्रिज न तोड़ा जाता तो यह सभी के लिए सुविधाजनक होता।”
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
इस बारे में बाराबनी के BDO शिलादित्य भट्टाचार्य ने कहा, “यह एक अवैध निर्माण था, और इसलिए प्रशासन ने इसे ध्वस्त किया है।”
इसके अलावा, बाराबनी पंचायत समिति के अध्यक्ष असित सिंह और बाराबनी थाना प्रभारी दिव्येंदु मुखर्जी ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी की, उनका कहना था, “हम पूरी तरह से लोगों की सुविधा और कानूनी कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।”
प्रशासन से अनुरोध:
बाराबनी बीएलआर रोड के शुभदीप मित्रा ने भी कहा, “हम किसी भी अवैध काम को कानूनी तरीके से समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं।” हालांकि, स्थानीय लोगों ने मांग की है कि जल्द से जल्द एक वैध सड़क का निर्माण किया जाए।