आसनसोल: आसनसोल स्थित हेल्थ वर्ल्ड हॉस्पिटल पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगे हैं। धनबाद निवासी कुंतल साहा की मौत के बाद उनके परिवार ने आरोप लगाया है कि बिल न चुकाने पर अस्पताल ने शव देने से इनकार कर दिया है।
परिवार का आरोप:
कुंतल साहा के बेटे अरित्रा साहा ने बताया कि उनके पिता को 6 दिसंबर को न्यूरो सर्जरी के लिए झारखंड से इस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सर्जरी के बाद न्यूरोलॉजिस्ट छुट्टी पर चले गए और मरीज को एक जनरल डॉक्टर के हवाले कर दिया गया।
17 दिसंबर को कुंतल साहा को दिल की समस्या हुई और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। 29 दिसंबर को अस्पताल ने परिवार को सूचित किया कि उनकी मृत्यु हो गई है।
बिल को लेकर विवाद:
- परिवार पहले ही 4 लाख 35 हजार रुपये जमा कर चुका है।
- अब अस्पताल ने 5 लाख रुपये और मांगे हैं।
- परिवार ने इलाज के दस्तावेज मांगे, लेकिन उन्हें उपलब्ध नहीं कराए गए।
अरित्रा साहा ने कहा,
“हमने पहले ही बताया था कि हमारे पास और पैसे नहीं हैं। पिता ही परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। अब और पैसे कहां से लाएं?”
कानून क्या कहता है?
परिवार का आरोप है कि मंत्रालय के ‘पेशेंट राइट्स चार्टर’ के अनुसार, कोई भी अस्पताल बिल न चुकाने पर शव को रोक नहीं सकता।
चार्टर के मुताबिक:
- मरीज को कभी भी अस्पताल छोड़ने का अधिकार है।
- मृतक के परिवार या रिश्तेदारों को शव प्राप्त करने का अधिकार है।
इसके बावजूद, प्राइवेट अस्पतालों पर ऐसे आरोप अक्सर लगाए जाते हैं।
पुलिस की कार्रवाई:
घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने परिवार के विरोध को शांत कराया और मामले की जांच शुरू कर दी।
जनता की प्रतिक्रिया:
इस घटना के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर जबरदस्त आक्रोश फैल गया।
एक यूजर ने लिखा,
“ऐसी घटनाएं स्वास्थ्य सेवाओं में विश्वास को खत्म कर रही हैं।”
दूसरे ने कहा,
“मरीज के परिवार के साथ ऐसा व्यवहार शर्मनाक है। सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए।”