आसनसोल: नगर निगम के 28 नंबर वार्ड के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पार्षद गुलाम सरवर (लड्डन) का शनिवार देर रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनके निधन से आसनसोल की राजनीति को बड़ा झटका लगा है।
अचानक बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में ली अंतिम सांस
परिवार के अनुसार, शनिवार रात उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई। उन्हें तुरंत सेनरेल रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।

राजनीतिक सफर और योगदान
गुलाम सरवर लंबे समय तक वाम विरोधी राजनीति का अहम चेहरा रहे। 2009 में आसनसोल नगर निगम के पार्षद चुने गए और मेयर परिषद सदस्य भी बने। बाद में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए और 2015 में पार्षद बनकर बोरो चेयरमैन का दायित्व संभाला।
2022 में तृणमूल द्वारा टिकट नहीं दिए जाने के बावजूद उन्होंने अपनी लोकप्रियता के दम पर निर्दलीय चुनाव जीतकर सभी को चौंका दिया। वह रहमानिया हाई स्कूल के कर्मी भी थे और सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाते थे।
राजनीति और समाज में उनकी मुखरता
गुलाम सरवर नगर निगम में विभिन्न मुद्दों को लेकर लगातार मुखर रहते थे। उन्होंने स्थानीय समस्याओं को लेकर कई बार तीखे सवाल उठाए और जनता के लिए हमेशा खड़े रहे।
शिल्पांचल की राजनीति को बड़ा झटका

उनके निधन पर राज्य के कानून एवं श्रम मंत्री मलय घटक, टीएमसी प्रदेश सचिव वी. शिवदासन दासू, मेयर विधान उपाध्याय, उप मेयर अभिजीत घटक, भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी, कृष्णेंदु मुखर्जी, इंटक नेता हरजीत सिंह समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने गहरा शोक जताया। सभी ने इसे शिल्पांचल की राजनीति के लिए एक बड़ी क्षति बताया।
परिवार और समाज में शोक की लहर
गुलाम सरवर अपने पीछे पत्नी, एक बेटा और एक बेटी छोड़ गए हैं। उनके निधन से पूरे आसनसोल क्षेत्र में शोक की लहर है। राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।