दुर्गापुर: दक्षिण भारत के चेन्नई से हर साल दुर्गापुर आकर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। कोक ओवन थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 34 महंगे मोबाइल फोन और 3 लैपटॉप बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई है:
- कुमार अप्पाराव (24 वर्ष)
- जी. कुमार (24 वर्ष)
- पी. बालाजी (22 वर्ष)
तीनों तमिलनाडु के तिरुपत्तूर जिले के अंबुर थाना क्षेत्र के उदयाराजपलयम के निवासी हैं।
चोरी का अनोखा तरीका
पुलिस के मुताबिक, ये आरोपी दुर्गापुर के लीलुआ डैम इलाके में एक मकान किराए पर लेते थे। इनमें से एक आरोपी गूंगे-बहरे का नाटक कर शहर के विभिन्न इलाकों में घूमता था और भीख मांगने के बहाने घरों का निरीक्षण करता था। वह देखता था कि किस घर में छात्र पढ़ाई के लिए कंप्यूटर और लैपटॉप का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे घरों को निशानदेही कर लिया जाता था। फिर आधी रात के बाद पूरा गिरोह सक्रिय होकर उन घरों से लैपटॉप, मोबाइल और कीमती सामान चुरा लेता था।
हर साल आते थे दुर्गापुर
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह हर साल इस वक्त दुर्गापुर में आकर इसी तरीके से चोरी करता था और फिर चोरी का माल चेन्नई ले जाकर ऊंचे दामों पर बेच देता था।
कई जिलों में सक्रियता
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया है कि वे दुर्गापुर के अलावा बांकुड़ा, विष्णुपुर और पूर्व बर्दवान जिलों में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।
पुलिस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है। गिरफ्तार तीनों आरोपियों को दस दिन की पुलिस रिमांड के लिए दुर्गापुर सबडिवीजनल कोर्ट में पेश किया जाएगा।
पुलिस की बड़ी सफलता
इस गिरोह के पकड़ में आने से स्थानीय लोगों में राहत का माहौल है। कोक ओवन थाना पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई की सभी सराहना कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में गिरोह से जुड़े और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।