पटना: अंकुर बायोकैम प्राइवेट लिमिटेड और बिहार सरकार के बीच 1800 करोड़ रुपये के निवेश को लेकर एक ऐतिहासिक एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर हस्ताक्षर किए गए। इस एमओयू का उद्देश्य बिहार के औद्योगिक विकास को गति देना और राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा करना है।
इस कार्यक्रम में बिहार सरकार के प्रमुख अधिकारी और अंकुर बायोकैम के एमडी महेंद्र शर्मा उपस्थित थे। उन्होंने इस साझेदारी को बिहार के लिए एक मील का पत्थर बताया। इस निवेश से राज्य के उद्योग क्षेत्र को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
निवेश से क्या बदलेगा?
रोजगार के अवसर: इस प्रोजेक्ट से हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
औद्योगिक विकास: बिहार में नई फैक्ट्री और उत्पादन इकाइयों की स्थापना होगी, जिससे औद्योगिक ढांचे को मजबूती मिलेगी।
कृषि और बायोकेमिकल सेक्टर को बढ़ावा: अंकुर बायोकैम का ध्यान बायोकेमिकल प्रोडक्ट्स पर है, जो कृषि क्षेत्र के लिए भी लाभदायक होगा।
महेंद्र शर्मा ने क्या कहा?
अंकुर बायोकैम के एमडी महेंद्र शर्मा ने कहा, “हम बिहार में इस बड़े निवेश को लेकर उत्साहित हैं। यह राज्य के विकास और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में हमारा योगदान है। यह प्रोजेक्ट न केवल औद्योगिक क्षेत्र को मजबूत करेगा, बल्कि राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी खोलेगा।”
बिहार सरकार की प्रतिक्रिया इस एमओयू के दौरान बिहार सरकार के प्रतिनिधियों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह राज्य को औद्योगिक और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
अंकुर बायोकैम: एक परिचय अंकर बायोकैम प्राइवेट लिमिटेड देश के प्रमुख बायोकेमिकल उत्पादकों में से एक है। यह कंपनी जैविक और पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों के विकास और उत्पादन में अग्रणी है।