तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के एक विवादास्पद बयान ने तीखी बहस छेड़ दी है। उन्होंने कोलकाता को “कचरे का शहर” बताते हुए कहा, “अगर कोलकाता दुनिया के कचरे के शहरों में प्रतिस्पर्धा करे, तो वह पहले स्थान पर होगा।”
तृणमूल कांग्रेस ने इस टिप्पणी का कड़ा विरोध किया है। पार्टी प्रवक्ता रिजु दत्ता ने कहा, “यह टिप्पणी बेहद असंवेदनशील है और कोलकाता की विरासत और विकास का अपमान है। कोलकाता ‘सिटी ऑफ जॉय’ और भारत की सांस्कृतिक राजधानी है। हम मुख्यमंत्री रेड्डी को आमंत्रित करते हैं कि वे कोलकाता आएं और खुद शहर का दौरा कर अपने बयान पर पुनर्विचार करें।”
तृणमूल सांसद डोला सेन ने कहा, “ऐसे आधारहीन बयानों पर प्रतिक्रिया देने की कोई आवश्यकता नहीं है। कोलकाता भारत के सबसे स्वच्छ शहरों में से एक है।”
मुख्य बिंदु
- रेवंत रेड्डी ने अपने बयान से पहले दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे शहरों की समस्याओं का जिक्र किया।
- उन्होंने दिल्ली को रहने के लायक नहीं बताया और मुंबई में बाढ़ की स्थिति को भी उजागर किया।
- कोलकाता पर उनकी टिप्पणी ने पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस को बेहद नाराज़ कर दिया है।
कोलकाता की विशेषताएं
कोलकाता अपनी परंपरा, संस्कृति और विकास के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर तेज़ी से प्रगति के रास्ते पर बढ़ रहा है।