आसनसोल: विश्वभर में पहली बार मनाए गए वर्ल्ड मेडिटेशन डे के उपलक्ष्य में श्री श्री अकादमी, आसनसोल में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य ध्यान (मेडिटेशन) के महत्व को उजागर करना और लोगों को मानसिक शांति, आंतरिक संतुलन एवं सकारात्मकता के लिए प्रेरित करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की प्राचार्या मौसमी बनर्जी और कैप्टन एलोकेश सेन ने दीप प्रज्वलन से की। सुबह 9:00 बजे श्री श्री रविशंकर जी के प्रेरणादायक वीडियो संदेश ने आयोजन को नई ऊंचाई प्रदान की।
ध्यान और योग के महत्व पर जोर
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में 300 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा सामूहिक ध्यान सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने ध्यान की गहराई का अनुभव किया।
विशेष सत्र में विशेषज्ञों ने मानसिक स्वास्थ्य और ध्यान के सकारात्मक प्रभाव पर चर्चा की। उन्होंने दैनिक जीवन में ध्यान को अपनाने की विधियां बताईं।
एक शानदार लाइव योग प्रदर्शन ने शारीरिक और मानसिक संतुलन के महत्व को उजागर किया। दर्शकों ने इसे ध्यान और योग के बीच के गहरे संबंध को समझने का अवसर माना।
ईसीएल महाप्रबंधक ने दी प्रेरणा
ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ECL) के महाप्रबंधक अभिजीत गांगोपाध्याय ने कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा, “ध्यान हमें तनावमुक्त जीवन जीने और सकारात्मकता को अपनाने का मार्ग दिखाता है।”
श्री श्री अकादमी की अपील
आयोजकों ने प्रतिभागियों को वर्ल्ड मेडिटेशन डे की शुभकामनाएं देते हुए कहा:
“ध्यान हमें जीवन की भागदौड़ में मानसिक शांति प्रदान करता है। इसे अपनाकर हम खुद को बेहतर बना सकते हैं।”
आयोजन ने ध्यान को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने का संदेश दिया।