दुर्गापुर : बांग्लादेश में इस्कॉन साधु चिन्मय कृष्ण दास समेत कई साधुओं की गिरफ्तारी और हिंदुओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ दुर्गापुर में विश्व सनातनी हिंदू एकता संघ ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। दुर्गापुर के मायाबाजार इलाके में हरिनाम संकीर्तन के साथ इस विरोध प्रदर्शन की शुरुआत हुई।
साधुओं की रिहाई की मांग और कड़ा विरोध
प्रदर्शनकारियों ने चिन्मय कृष्ण दास समेत सभी साधुओं की निर्विरोध रिहाई की मांग की। संगठन के सदस्य अजय बाउरी ने कहा, “हम बांग्लादेश में शांति चाहते हैं। अगर इस्कॉन साधुओं को जल्द रिहा नहीं किया गया, तो हमें बड़ा आंदोलन शुरू करने पर मजबूर होना पड़ेगा। भारत सरकार ने भी अभी तक इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। हम भारत सरकार से भी हस्तक्षेप की मांग करते हैं।”
अग्निमित्रा पॉल का बयान
पश्चिम बर्दवान की विधायक अग्निमित्रा पॉल ने इस प्रदर्शन में भाग लिया और बांग्लादेश के मौजूदा प्रधानमंत्री और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, “हिंदुओं पर हो रहे इस अमानवीय अत्याचार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बांग्लादेश सरकार को तुरंत साधुओं को रिहा करना चाहिए। भारत सरकार को भी इस मामले में तेजी से सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।”
स्थानीय समर्थन और विरोध की गूंज
प्रदर्शन के दौरान स्थानीय निवासियों ने भी इस विरोध को व्यापक समर्थन दिया। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को तुरंत रोका जाए और इस घटना की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी निंदा होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “हम हिंदुओं के अधिकारों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक लड़ने को तैयार हैं।”