📍 दुर्गापुर (पश्चिम बर्धमान)
शोक में डूबा एक परिवार उस वक्त पूरी तरह टूट गया जब अस्थि विसर्जन के दौरान 26 वर्षीय युवक सुब्रत पाल दामोदर नदी में डूब गया और लापता हो गया। यह दर्दनाक हादसा बुधवार शाम दुर्गापुर के बीरभानपुर श्मशान घाट पर हुआ।
सुब्रत नेताजी नगर कॉलोनी के चाषीपाड़ा इलाके का निवासी था। वह अपने काका सुषांत पाल की अस्थियां विसर्जित करने अन्य परिजनों के साथ श्मशान घाट पहुंचा था।
💔 शोक के बीच मातम: बहाव में डूबा सुब्रत, श्मशान घाट पर चीख-पुकार
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, जैसे ही सुब्रत ने अस्थि विसर्जन के लिए नदी में कदम रखा, तेज बहाव के कारण वह फिसलकर गहरे पानी में चला गया।
इसे देखकर दो अन्य रिश्तेदार उसे बचाने के लिए नदी में कूद पड़े, लेकिन वे भी तेज धारा में फंस गए। स्थानीय लोगों की मदद से उन दोनों को किसी तरह बचा लिया गया, लेकिन सुब्रत का कोई सुराग नहीं मिल सका। देखते ही देखते श्मशान घाट पर कोहराम मच गया।
🚨 पुलिस और NDRF को दी गई सूचना, रात में नहीं हो सका रेस्क्यू
घटना की सूचना काकवेवन थाना और बारजोड़ा थाना पुलिस को दी गई। लेकिन अंधेरा हो जाने के कारण तुरंत कोई बचाव अभियान शुरू नहीं हो सका।
स्थानीय प्रशासन की निगरानी में आपदा प्रबंधन दल द्वारा खोजबीन जारी है।
🎙️ परिवार का बयान – अंतिम संस्कार करने गए थे, लौटे खाली हाथ
डूबे युवक के एक रिश्तेदार बाबन बनिक ने बताया,
“मेरे काका-श्वसुर का निधन हुआ था। हम सभी अस्थि विसर्जन के लिए गए थे। तभी यह हादसा हुआ। सुब्रत को नहीं बचाया जा सका। हमारे लिए यह दोहरे शोक का दिन बन गया।”
🧩 पानी की गहराई और बहाव बने जानलेवा – सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
स्थानीय लोग इस हादसे के बाद प्रशासनिक लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। दमदार नदी के इस घाट पर
- न कोई सुरक्षा रस्सी,
- न कोई लाइफ जैकेट,
- और न ही कोई स्थायी बचाव टीम तैनात थी।
यह पहली बार नहीं जब इस घाट पर कोई हादसा हुआ है, लेकिन प्रशासन की चुप्पी और निष्क्रियता हर बार मौत को न्योता देती दिख रही है।