नियामतपुर (पश्चिम बर्धमान): विश्व जल दिवस के अवसर पर भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन की पहल पर नियामतपुर में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम दुर्बार कमेटी के कार्यालय में, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) और दुर्बार कमेटी के सहयोग से संपन्न हुआ।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य बच्चों को “जल ही जीवन है” के महत्व से अवगत कराना और जल संरक्षण के प्रति जागरूक बनाना था। कार्यक्रम के दौरान बच्चों को बताया गया कि यदि आज जल को संरक्षित नहीं किया गया तो भविष्य में इसके भयावह परिणाम देखने को मिल सकते हैं।

जल संरक्षण पर जागरूकता, बच्चों को मिली खास सीख
कार्यक्रम में भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष बिनय मेहरा, PRO अशोक सिन्हा, मीडिया सचिव सागर कुंडु, कोषाध्यक्ष विनोद कुमार और साइलेंट मोड फाउंडेशन के प्रतिनिधि सौविक दे उपस्थित रहे। वक्ताओं ने जल संकट, जल बचाने के उपाय, और समाज में जागरूकता बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
मानवाधिकार और साइबर अपराध पर भी दी गई जानकारी

इस अवसर पर बच्चों को मानवाधिकार, बाल अधिकार कानून, साइबर अपराध और DLSA की भूमिका के बारे में जागरूक किया गया। विशेषज्ञों ने बताया कि बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए कौन-कौन से कानून बनाए गए हैं और उन्हें साइबर अपराध से बचने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
बच्चों को मिला उपहार: पौधे, स्कूल बैग और फल वितरित
कार्यक्रम के अंत में भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन की ओर से बच्चों को पौधे, स्कूल बैग, केक और फल वितरित किए गए, ताकि वे पर्यावरण संरक्षण और अच्छे स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक हो सकें।