जामुड़िया औद्योगिक क्षेत्र में स्थित आर.ए.आई.सी. नामक निजी कारखाने में श्रमिक महेंद्र राम की मौत के बाद हंगामा मच गया।
परिजनों और स्थानीय लोगों ने शव को कारखाने के बाहर रखकर जोरदार प्रदर्शन किया और प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया।
कैसे हुई दुर्घटना?
🛑 6 दिसंबर को काम के दौरान महेंद्र राम गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
🚑 उन्हें दुर्गापुर के एक बड़े अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
⚠️ परिवार का आरोप है कि सुरक्षा नियमों की अनदेखी के कारण यह दुर्घटना हुई।
परिजनों और प्रदर्शनकारियों की मांगें
👉 कारखाने के बाहर शव रखकर प्रदर्शन शुरू किया गया।
👉 प्रदर्शनकारियों ने मुआवजे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
👉 “जब तक इंसाफ नहीं मिलेगा, प्रदर्शन जारी रहेगा,” बोले स्थानीय लोग।
👉 श्रमिक सुरक्षा को लेकर पूरे औद्योगिक क्षेत्र में आक्रोश।
कारखाना प्रबंधन की चुप्पी और बढ़ता तनाव
⚠️ अब तक कारखाने के अधिकारियों का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया।
⚠️ इलाके में तनावपूर्ण माहौल, पुलिस बल तैनात।
⚠️ प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिशें जारी।
क्या इस हादसे के पीछे कोई बड़ी लापरवाही?
⚠️ जामुड़िया के इस औद्योगिक क्षेत्र में पहले भी कई श्रमिक दुर्घटनाओं की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
⚠️ क्या इस मामले में कारखाना प्रबंधन बचने की कोशिश कर रहा है?
⚠️ क्या श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर अब बड़े कदम उठाए जाएंगे?












