शुक्रवार को आसनसोल के रविंद्र भवन में स्वयं सिद्ध स्वयंवर गोष्ठी द्वारा एक मेले का आयोजन किया गया। इस मेले में बुटीक के कपड़े, घरेलू सामान और अन्य हस्तशिल्प उत्पादों की बिक्री की जाएगी। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है, जो कि आसनसोल नगर निगम और पश्चिम बंगाल सरकार के सहयोग से संभव हो पाया है।
आसनसोल नगर निगम के मेयर विधान उपाध्याय ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “दुर्गा पूजा से पहले इस मेले के माध्यम से महिलाएं अपनी कारीगरी को प्रदर्शित कर रही हैं। यह एक छोटी सी लेकिन महत्वपूर्ण पहल है, जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरित करेगी। यहां आकर लोग न केवल अपनी पसंद की चीजें खरीद सकते हैं, बल्कि इन महिलाओं का हौसला भी बढ़ा सकते हैं।”
स्वयं सिद्ध स्वयंवर गोष्ठी की प्रमुख शर्मिला बंदोपाध्याय ने बताया कि इस गोष्ठी में 40 महिलाएं शामिल हैं, जो विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्प और कारीगरी के उत्पाद तैयार कर रही हैं। उन्होंने कहा, “इस 6 दिवसीय मेले के माध्यम से हम इन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रहे हैं। दुर्गा पूजा से पहले यहां हर तरह के उत्पाद उपलब्ध होंगे ताकि ये महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें और समाज में अपनी पहचान बना सकें।”
इस मेले में महिलाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पादों को देखकर लोगों में काफी उत्साह है। यह मेला न केवल खरीदारी का अवसर प्रदान कर रहा है, बल्कि महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इस आयोजन ने आसनसोल शहर में एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया है, और उम्मीद है कि यह पहल आने वाले समय में और भी व्यापक रूप से फैल सकेगी।