👉 हासिल कर लिए थे भारतीय दस्तावेज, प्रवासी मजदूर के रूप में कर रहे थे काम
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में एसआईआर की प्रक्रिया शुरू होते ही भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों का झुंड अब वापस बांग्लादेश भाग रहे हैं. स्वरूप नगर थाना क्षेत्र के हकीमपुर चेकपोस्ट पर सतखीरा और खुलना जिले के सैकड़ों घुसपैठिए भारी-भरकम सामान लिए बांग्लादेश वापस लौटने की कोशिश करते दिख रहे हैं.
लोगों में अफवाह फैल गई कि कई राज्यों में नागरिकता सत्यापन अभियान (State-level Identity Register या इसी तरह की कोई प्रक्रिया) शुरू हो गई है, जिसके डर से अवैध रूप से भारत में बसे बांग्लादेशी अपने वतन लौट रहे हैं. इसके बाद से ही स्थानीय चेकपोस्ट पर पिछले कुछ दिनों से बांग्लादेश की ओर जाने वाले लोगों की संख्या में तेजी आई है.
वहीं , सोमवार से अचानक ये संख्या काफी बढ़ गई है. भीड़ में शामिल सैकड़ों व्यक्तियों को अस्थायी शरण के नीचे बड़े सामान के बैग के साथ इंतजार करते देखा गया. हालांकि , स्थानीय पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने इलाके में किसी भी आधिकारिक नागरिकता सत्यापन ड्राइव के शुरू होने की पुष्टि नहीं की है. इसके बावजूद भीड़ में शामिल लोग घबराए हुए दिखे और घर लौटने की बात कह रहे थे.
इन लोगों ने बताया कि वे भारत के विभिन्न राज्यों में प्रवासी मजदूर के रूप में काम कर रहे थे. वे रिक्शा चालक, निर्माण श्रमिक और भट्ठे में काम करने वाले मजदूर थे. अधिकांश लोग बांग्लादेश के सतखिरा और खुलना जिलों के निवासी थे. उनमें से कई ने यह भी स्वीकार किया कि वे वर्षों पहले अवैध तरीके से भारत में घुसे थे और यहां के झुग्गियों और कस्बों में अपने परिवारों के साथ रह रहे थे.
सतखीरा ज़िले के निवासी अब्दुल सरकार ने कहा, ‘हम कोलकाता में रह रहे थे. हमने रोजमर्रा की गतिविधियों के लिए भारत के दस्तावेज हासिल कर लिए थे, लेकिन अब मैं अपने परिवार के साथ अपने गृहनगर सतखीरा वापस जा रहा हूं.’ एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि वे कुछ साल पहले अवैध तरीके से भारत आए थे और परिवारों के साथ मजदूरी कर रहे थे. अब वे विभिन्न राज्यों में सत्यापन ड्राइव शुरू होने की खबरों के कारण घर लौट रहे हैं. स्थानीय निवासियों ने बताया कि रविवार रात से ही अवैध बांग्लादेशी- पुरुष, महिलाएं और बच्चे-सीमा के पास इकट्ठा हो रहे थे. सोमवार सुबह तक लगभग 300 बांग्लादेशी नागरिक वापस जाने के इंतजार में देखे गए हैं, जिससे स्थानीय क्षेत्र में भी तनाव का माहौल है. मंगलवार को भी इसी तरह की स्थिति कायम रही.
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में घुसपैठ और अवैध प्रवास लंबे वक्त से संवेदनशील मुद्दा रहा है. इस घटना ने एक बार फिर सीमा सुरक्षा और अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के मुद्दे को सुर्खियों में ला दिया है. बीएसएफ ने पूरे इलाके में निगरानी बढ़ा दी है और वापस जाने वालों की पहचान जांचने के बाद ही उन्हें पार जाने दिया जा रहा है.












