कुल्टी, सत्येंद्र यादव की रिपोर्ट: कुल्टी के बेगुनिया चेक पोस्ट से सोमवार को काली पूजा की मूर्ति का भव्य विसर्जन बैंड बाजे और ढाक की धुनों के साथ किया गया। बेगुनिया कोलियरी रोड श्मशान घाट पर नदी में मूर्ति का विसर्जन हुआ। महिलाओं ने गुलाल-अबीर खेलते हुए और नृत्य करते हुए माँ काली को विदाई दी। इस खास मौके पर राणा मुखर्जी, पार्षद जोगा मंडल, सुब्रतो घोष सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।
ढाक-ढोल की धुन पर निकली शोभायात्रा
चेक पोस्ट से निकलकर शोभायात्रा बैगुनिया मोड़, बस स्टैंड, स्टेशन रोड और एरिया 12 कार्यालय होते हुए नदी घाट तक पहुँची। पूरे रास्ते बैंड-बाजे की धुन और ढाक के ताल ने लोगों का मन मोह लिया। सड़कों पर उमड़े भक्तों ने माँ काली की विदाई में जयकारों के साथ गुलाल उड़ाया और श्रद्धा भरे मन से अंतिम विदाई दी। विसर्जन यात्रा का हर पड़ाव श्रद्धालुओं की भीड़ और ढोल-ढाक के संगीत से गूंज उठा।
सुरक्षा के सख्त इंतजाम
भीड़ को संभालने के लिए पुलिस बल यात्रा के दौरान साथ-साथ चल रहा था। हर चौराहे और मुख्य मार्गों पर पुलिस तैनात थी ताकि किसी प्रकार की असुविधा न हो। इस धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन ने पूरे कुल्टी क्षेत्र में उत्साह की लहर पैदा कर दी। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने इस नजारे का आनंद लिया।
भक्तों ने दी मां को भावभीनी विदाई
मूर्ति विसर्जन के दौरान भक्तों ने मां से आशीर्वाद लेकर अगले साल फिर से इस आयोजन का संकल्प लिया। गुलाल और अबीर से सजी सड़कों पर उत्सव का नजारा था, जैसे पूरा कुल्टी भक्तिमय माहौल में डूब गया हो। श्रद्धालुओं के चेहरे पर उमंग और माँ काली के प्रति अगाध श्रद्धा का नजारा देखने लायक था।