गुरुवार सुबह अनशन पर बैठे भाजपा युवा सदस्य पवन सिंह और उनकी पत्नी से मिलने डिसरगढ़ पहुंचे आसनसोल के मेयर विधान उपाध्याय l यहां पवन सिंह और उनकी पत्नी के साथ बातचीत की और उन्हें अनशन तोड़ने का अनुरोध भी किया l जब मेयर से इस विषय में पूछा गया तो उन्होंने कहा की चारदीवारी तोड़ने की खबर मुझे मिली थी l इसकी शिकायत लेकर यह लोग मेरे पास आए थे। हमने पुलिस को भी कार्रवाई करने को कहा था। साथ ही जांच के आदेश भी दिए थे l कल अचानक मुझे पता चला कि यह लोग अनशन पर बैठे हैं तो मानवता के कारण उनसे मिलने आये हैं l उन्होंने कहा कि जो अनशन कर रहे हैं, वे भी भाजपा से जुड़े हैं और जिनके खिलाफ आरोप है, वे भी भाजपा से जुड़े हुए हैं। पवन सिंह का कहना है कि जब तक भाजपा के कोई नेता आकर उनकी बात नहीं सुनते हैं, तब तक उनका अनशन जारी रहेगा, हालांकि विधान उपाध्याय ने आश्वासन दिया कि प्रशासन उनके साथ है, स्थानीय टीएमसी नेतृत्व उनके साथ है, और उन्होंने पवन सिंह और उनकी पत्नी से अनशन समाप्त करने की अपील की। इस मौके पर उनके साथ एमएमआईसी इंद्राणी मिश्रा और कुल्टी इलाके के अन्य टीएमसी नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद थे l विधान उपाध्याय ने अपने हाथों से पवन सिंह को जूस पिलाया। वहीं इंद्राणी मिश्रा ने पवन सिंह की पत्नी को जूस पिलाया और उनसे अनशन समाप्त करने का अनुरोध किया।
मालूम हो कि कुल्टी के डिसरगढ़ इलाके में भाजपा कार्यकर्ता पवन सिंह और उनकी पत्नी पिछले तीन दिनों से भाजपा नेता अभिजीत आचार्या के खिलाफ अनशन पर बैठे हुए थे। उन्होंने भाजपा नेता बप्पा आचार्य पर आरोप लगाया है कि ₹2,00,000 रंगदारी नहीं देने की वजह से बप्पा आचार्य ने अपने लोगों से उनका निर्माणाधीन घर बुलडोजर से तुड़वा दिया था। इसी को लेकर पवन सिंह और उनकी पत्नी अपने टूटे हुए घर के सामने अनशन पर बैठे हुए थे।