तिरुपति: तिरुपति के प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में बुधवार शाम को हुए एक दुखद भगदड़ में कम से कम छह श्रद्धालुओं की जान चली गई और कई घायल हो गए। यह घटना वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए टोकन वितरण के दौरान हुई, जहां हजारों भक्त भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए पहुंचे थे।
क्या हुआ था?
यह घटना तिरुपति के विष्णु निवासम मंदिर के पास हुई, जहां तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) द्वारा वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए टोकन वितरित किए जा रहे थे। यह वार्षिक आयोजन 10 जनवरी से शुरू होने जा रहा है, जिसमें भक्तों को विशेष रूप से उत्तर द्वार से भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन का अवसर मिलता है। यह आयोजन 10 दिनों तक चलता है और देशभर से श्रद्धालु इसमें भाग लेते हैं।
बुधवार सुबह से ही हजारों श्रद्धालु टोकन लेने के लिए कतार में खड़े थे। जैसे-जैसे दिन बढ़ा, भीड़ बढ़ती गई और धक्का-मुक्की शुरू हो गई। अधिकारियों के अनुसार, भगदड़ तब हुई जब एक गेट को एक महिला की मदद करने के लिए खोला गया, जिसके बाद भीड़ अचानक आगे बढ़ी और स्थिति बेकाबू हो गई, जिससे कई श्रद्धालुओं की जान चली गई।
टोकन वितरण में गड़बड़ी
TTD द्वारा पहले तीन दिनों के लिए 120,000 टोकन बांटने की व्यवस्था की गई थी (10 से 12 जनवरी तक)। ये टोकन ‘सर्व दर्शन’ के लिए थे, जो एक मुफ्त अवसर था भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करने का। विशेष काउंटर तिरुपति के विभिन्न स्थानों जैसे विष्णु निवासम, श्रीनिवासम, भूदेवी परिसरों में बनाए गए थे।
हालांकि व्यवस्थाएं सही थीं, लेकिन भक्तों की भारी संख्या ने स्थिति को नियंत्रण से बाहर कर दिया। विशेष रूप से श्रीनिवासम में भीड़ बढ़ने से भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। अधिकारियों ने कहा कि इस साल भक्तों की संख्या अनुमान से कहीं अधिक रही, जिससे भक्तों की भीड़ को संभालने में मुश्किल हुई।
सरकार का रिएक्शन और राहत कार्य
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की और इसे “शॉकिंग और दुखद” बताया। उन्होंने एक बयान में कहा, “विष्णु निवासम में टोकन के लिए लगी भीड़ में भगदड़ के कारण कई श्रद्धालुओं की मौत ने मुझे झकझोर दिया।”
मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों की दिशा में अधिकारियों को निर्देश दिए, ताकि घायलों को बेहतर इलाज मिल सके और उनकी जान बचाई जा सके।
TTD की माफी और आगे की योजनाएं
तिरुमला तिरुपति देवस्थानम ने इस घटना पर खेद व्यक्त किया और कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी। TTD बोर्ड सदस्य भानु प्रकाश ने घटना को “अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण” बताया और श्रद्धालुओं से माफी मांगी।
राजनीतिक नेताओं की संवेदनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट किया, “तिरुपति, आंध्र प्रदेश में भगदड़ से बहुत दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपनों को खो दिया है।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी संवेदनाएं व्यक्त की और कहा, “तिरुपति मंदिर में हुई भगदड़ की घटना से दुखी हूं। मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।”