जलपाईगुड़ी (प. बंगाल):
जलपाईगुड़ी जिले के बनারहाट थाना क्षेत्र के उत्तर शालबाड़ी गाँव में मंगलवार शाम एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया। घर के आँगन में खेल रहे 12 साल के स्कूली छात्र को अचानक गाँव में घुसे एक चित्ता ने दबोच लिया और कुछ ही पलों में घसीट कर जंगल की ओर ले गया। बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई।
गाँव में चीख-पुकार मच गई, लोग दौड़े लेकिन मासूम को बचाया न जा सका। इस घटना से पूरे गाँव में शोक और गुस्से की लहर फैल गई है।
वन विभाग पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस क्षेत्र में कई बार बाघ-चित्ते के हमले हो चुके हैं, लेकिन वन विभाग अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठा पाया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि घटना के घंटों बाद भी जहाँ पुलिस पहुँच गई, वहीं वन विभाग का कोई अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं पहुँचा।
गाँव वालों का कहना है—
“हम रोज़ डर के साए में जीते हैं। आज अलामिन को ले गया, कल पता नहीं किसे उठा ले जाएगा। प्रशासन सिर्फ़ चुप है, कोई कदम नहीं उठाता।”
प्रशासन हरकत में
गाँव में बढ़ते आक्रोश और तनाव को देखते हुए देर रात धूपगुड़ी के एसडीपीओ, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) समेत बनारहाट और धूपगुड़ी थाना पुलिस की भारी फोर्स मौके पर पहुँची। हालात संभालने की कोशिशें जारी हैं।
अंततः देर रात वन विभाग की टीम भी पहुँची, लेकिन तब तक ग्रामीणों का गुस्सा चरम पर था। ग्रामीणों ने मांग की है कि तत्काल प्रभाव से सुरक्षा व्यवस्था की जाए और बाघ-चित्ते की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए विशेष टीम तैनात हो।