आसनसोल: राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान ‘स्वच्छता ही सेवा 2024’ के तहत पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल ने स्वच्छ और स्वास्थ्यकर वातावरण को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। स्वच्छता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए मंडल ने अपने अधिकार क्षेत्र में कई प्रमुख निरीक्षण किए और जागरूकता कार्यक्रमों में तेजी लायी।
संयुक्त क्रू किचन और कैंटीन का निरीक्षण: आज टीआरएस स्टाफ कैंटीन, डीजल शेड अंडाल की स्टाफ कैंटीन, और संयुक्त क्रू किचन का व्यापक निरीक्षण किया गया। उद्देश्य था—रेलवे कर्मचारियों के लिए भोजन तैयार करने वाले क्षेत्रों में स्वच्छता सुनिश्चित करना। रेलवे अधिकारियों ने इन स्थानों पर साफ-सफाई का गहन निरीक्षण किया और बेहतर स्वास्थ्य के लिए स्वच्छता बनाए रखने के निर्देश दिए।
यात्रियों में जागरूकता फैलाने की मुहिम: सीतारामपुर और दुमका से होकर गुजरने वाली ट्रेनों में स्वच्छता के प्रति यात्रियों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाए गए। साथ ही कुल्टी और बराकर स्टेशनों पर यात्रियों को कूड़ेदानों का उपयोग करने और गंदगी फैलाने से बचने के महत्व को समझाया गया। बराकर स्टेशन पर विशेष रूप से युवाओं को स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी सिखाने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए गए, जहाँ स्वच्छता चौपाल और मानव श्रृंखला कार्यक्रमों ने अनूठी छाप छोड़ी।
नुक्कड़ नाटक और स्वच्छता चौपाल से बढ़ी जागरूकता: बराकर और कटोरिया स्टेशनों पर मानव श्रृंखला और मधुपुर स्टेशन पर भारत स्काउट्स और गाइड्स द्वारा नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों के माध्यम से पर्यावरण को स्वच्छ रखने के प्रति जन जागरूकता में इजाफा हुआ।
ऑन-बोर्ड सफाई अभियान: आसनसोल-बर्धमान मेमू और ग्वालियर-कोलकाता सुपरफास्ट एक्सप्रेस में भी ऑन-बोर्ड सफाई अभियान चलाए गए। यात्रियों को ट्रेन को साफ रखने और ऑन-बोर्ड हाउसकीपिंग स्टाफ के साथ सहयोग करने के लिए प्रेरित किया गया।
सामूहिक प्रयास की महत्ता: आसनसोल मंडल का यह स्वच्छता अभियान एक सामूहिक प्रयास की मिसाल है, जो ‘स्वच्छता ही सेवा 2024’ के तहत पूरे देश में स्वच्छता को एक जनांदोलन में बदलने की कोशिश कर रहा है। रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों, कर्मचारियों, और स्थानीय समुदायों से इस मुहिम में हाथ मिलाने की अपील की है, ताकि स्वच्छ भारत का सपना जल्द पूरा हो सके।