मुर्शिदाबाद : पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी विधायक शुभेंदु अधिकारी ने मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इससे पहले, कोलकाता हाईकोर्ट ने उन्हें शुक्रवार (25 अप्रैल) को दौरे की अनुमति दी थी।
शनिवार को शुभेंदु अधिकारी ने जाफराबाद इलाके में हर्गोविंद दास और उनके बेटे चंदन दास के घर जाकर शोक संतप्त परिवार से मुलाकात की, जिनकी 12 अप्रैल को साम्प्रदायिक हिंसा में जान चली गई थी। उन्होंने पीड़ित परिवार को कुल 20 लाख रुपए का मुआवजा दिया।
शुभेंदु अधिकारी ने कहा,
“मुख्यमंत्री द्वारा दी गई 10 लाख की सहायता राशि को परिवार ने ठुकरा दिया था। मैंने प्रत्येक परिवार को 10 लाख एक हजार रुपए का मुआवजा दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। मैं हिंदू समाज का आभारी हूँ।”
उन्होंने यह भी कहा कि, “मुख्यमंत्री इस परिवार के लिए ‘ब्रत्य’ (अस्वीकृत) हैं, जबकि मैं, विपक्ष के नेता के तौर पर, ‘स्वीकृत’ हुआ हूँ। यह साबित करता है कि भारतीय जनता पार्टी हिंदू समाज के लिए जरूरी कदम उठाएगी।”
भविष्य और सुरक्षा की जिम्मेदारी ली
शुभेंदु अधिकारी ने परिवार को आश्वासन दिया कि वह उनके बच्चों के भविष्य, सुरक्षा और न्याय दिलाने की जिम्मेदारी लेंगे। उन्होंने कहा कि हिंसा प्रभावित इलाके के लोग बीएसएफ की स्थायी तैनाती और एनआईए जांच की मांग कर रहे हैं।
मुर्शिदाबाद में साम्प्रदायिक हिंसा की पृष्ठभूमि
इस महीने की शुरुआत में संसद से वक्फ अधिनियम (Waqf Act) पास होने के बाद मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज थाना क्षेत्र में 11 और 12 अप्रैल को हिंसा भड़क उठी थी। विरोध कर रही भीड़ ने सार्वजनिक और निजी संपत्ति को भारी नुकसान पहुँचाया। सैकड़ों लोग अपने घर छोड़ने पर मजबूर हो गए, और कई लोग बेघर हो गए।
12 अप्रैल को हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हुई:
- हर्गोविंद दास और चंदन दास (पिता-पुत्र) साम्प्रदायिक हिंसा में मारे गए।
- सती इलाके में पुलिस फायरिंग में 21 वर्षीय इजाज अहमद की जान गई।
मुख्यमंत्री ने इसके बाद शोकाकुल परिवारों के लिए 10 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया था, जिसे कई परिवारों ने अस्वीकार कर दिया।
चंदन दास की विधवा पिंकी दास, जो तीन छोटे बच्चों (12, 10 और 8 वर्ष) की माँ हैं, ने मीडिया से कहा था:
“हमारे परिवार के पुरुष मर चुके हैं। हमारे बच्चों का भविष्य अंधकारमय है। हम डर के साये में जी रहे हैं।”
धुलियन में मंदिर पुनर्निर्माण और शुभेंदु का संकल्प
शुभेंदु अधिकारी ने धुलियन नगरपालिका के हिंसा प्रभावित इलाकों का भी दौरा किया। वहाँ उन्होंने एक क्षतिग्रस्त मंदिर में नई मूर्ति दान की और अक्षय तृतीया के दिन मंदिर के शुद्धिकरण के लिए पुजारी बुलाकर पूजा कराने का आग्रह किया।
उन्होंने पीड़ितों से कहा,
“मैं वचन देता हूँ, हमारा भी दिन आएगा।”
पुलिस अधिकारियों का तबादला
हिंसा के बाद शुक्रवार को पश्चिम बंगाल सरकार ने मुर्शिदाबाद और जंगीपुर पुलिस जिलों के शीर्ष पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया।
- मुर्शिदाबाद के एसपी सूर्य प्रताप यादव को नारायणी बटालियन, कूचबिहार में भेजा गया।
- जंगीपुर के एसपी आनंद रॉय को ईस्टर्न फ्रंटियर राइफल्स, तीसरी बटालियन, सालुआ भेजा गया।