कोलकाता | विशेष रिपोर्ट
राज्य की राजनीति में एक बार फिर टकराव की स्थिति देखने को मिली। पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष डॉ. सुकांत माजूमदार ने गुरुवार को कहा कि राज्य में एक “आपातकाल जैसी स्थिति” बन गई है, जहां विपक्षी नेताओं की आवाजाही तक पर ruling तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों द्वारा रोक लगाई जा रही है।
🛑 महेशतला में काफिले पर प्रदर्शन, ‘गो बैक’ और ‘दंगाबाज़’ के नारे
डॉ. माजूमदार जब हिंसा प्रभावित दक्षिण 24 परगना के महेशतला पहुंचे, तो बाज बज-ट्रंक रोड के दोनों ओर नारेबाज़ी और काले झंडों के साथ तृणमूल समर्थकों ने उनका काफिला घेर लिया। “गो बैक”, “दंगाबाज़” जैसे नारे गूंजने लगे।
🕉️ पूजा की, तुलसी मंच का निरीक्षण किया
इस बवाल के बावजूद भाजपा अध्यक्ष ने स्थानीय मंदिर में पूजा-अर्चना की और बाजार के पास एक तुलसी मंच का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा, “महेशतला और मुर्शिदाबाद जैसे इलाकों में जिहादी तत्वों द्वारा हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं, और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है।“
🧱 तुलसी का पौधा लगाने पर हंगामा!
तृणमूल का आरोप है कि भाजपा ने जानबूझकर तुलसी का पौधा लगाकर इलाके में धार्मिक तनाव पैदा करने की कोशिश की। एक टीएमसी कार्यकर्ता ने कहा, “महेशतला में हमेशा शांति रही है। यह भाजपा ही है जिसने पुलिस थाने के बाहर तोड़फोड़ और पत्थरबाज़ी कर माहौल बिगाड़ा।“
🔥 “ममता-अभिषेक की साजिश”: भाजपा का आरोप
सुकांत माजूमदार ने कहा कि यह पूरा प्रदर्शन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सांसद अभिषेक बनर्जी की साजिश थी। उन्होंने दावा किया, “जब हम हिंदुओं के साथ एकजुटता दिखाने आते हैं, तो तृणमूल के गुंडे हम पर हमला करते हैं। अगर यह आपातकाल नहीं है, तो क्या है?“
🔁 “यह तो जनता का गुस्सा है”: टीएमसी का जवाब
टीएमसी के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने कहा, “यह प्रदर्शन आम लोगों का था, पार्टी कार्यकर्ताओं का नहीं। भाजपा की नीतियों, खासकर 100 दिन के काम के फंड को रोकने से जनता नाराज़ है।” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा बंगाल में साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है।