आसनसोल:
महज 15 साल का सुदीप माजी, रामकृष्ण मिशन स्कूल का एक होनहार छात्र था। लेकिन अब वह हमारे बीच नहीं है। कारण है— इंसान के रूप में छिपा दरिंदा इमरान शेख, जिसने न केवल सुदीप को ब्लैकमेल किया, बल्कि उसे मानसिक यातना देकर मौत की कगार तक पहुंचा दिया।
💣 मामला क्या है?
घटना 29 मई की है। आरोपी इमरान शेख ने नाबालिग छात्र सुदीप को नशीला पदार्थ देकर उसके साथ यौन शोषण किया। इस दौरान उसने छात्र की आपत्तिजनक तस्वीरें भी खींच लीं और फिर उन्हीं तस्वीरों के जरिए उसे लगातार ब्लैकमेल और धमकी देना शुरू कर दिया।
परिणामस्वरूप, कक्षा 9वीं के छात्र सुदीप ने आत्महत्या कर ली।
📅 शिकायत और गिरफ्तारी का घटनाक्रम
- 5 जून: सुदीप के परिवार ने आसनसोल उत्तर थाना में शिकायत दर्ज कराई।
- 9 जून की रात: इमरान शेख को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
- 10 जून: आरोपी को अदालत में पेश किया गया, पुलिस ने हिरासत की मांग की।
📱 सबूतों की तलाश जारी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इमरान का मोबाइल फोन अभी भी बरामद नहीं हुआ है, जिसमें ब्लैकमेलिंग की चैट्स, कॉल रिकॉर्ड्स और इंस्टाग्राम मैसेज मौजूद हैं।
पुलिस ने मृतक छात्र सुदीप का भी मोबाइल फॉरेंसिक जांच के लिए भेजने की योजना बनाई है ताकि यह साबित किया जा सके कि उसने आत्महत्या क्यों की और किन हालातों में की।
👨👩👦 परिवार की मांग – “इमरान को फांसी दो!”
सुदीप के माता-पिता का कहना है,
“हमारा बेटा पढ़ने में अव्वल था। इमरान जैसे भेड़िये ने उसकी जिंदगी छीन ली। ऐसे अपराधियों को खुली सजा मिलनी चाहिए, ताकि फिर कोई सुदीप न मरे।”
⚖️ क्या है आगे की कार्रवाई?
- पुलिस पॉक्सो एक्ट, आईटी एक्ट और ब्लैकमेलिंग की धाराओं में मामला दर्ज कर चुकी है।
- मोबाइल डाटा के आधार पर अन्य सहयोगियों की भी तलाश जारी है।
- फास्ट ट्रैक कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।