आसनसोल : सृष्टि नगर रेजिडेंट वेलफेयर फोरम (RWF) ने बुधवार को प्रबंधन की “तानाशाही” और “कुप्रबंधन” के खिलाफ बिगुल फूंकते हुए एक जबरदस्त आंदोलन की शुरुआत की। सैकड़ों निवासी पारंपरिक अंदाज़ में झंडा-बैनर और गगनभेदी नारों के साथ सड़कों पर उतरे और प्रबंधन कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया।
🔥 क्यों भड़के निवासी? आंदोलन की 9 बड़ी वजहें:
- सुरक्षा पर सवाल: पुलिस अफसर के घर में चोरी से मचा हड़कंप
- सामुदायिक हॉल की कमी: रहने के लिए स्मार्ट सिटी, पर एक भी हॉल नहीं
- GST और बिलिंग विवाद: “₹7500 से कम पर टैक्स क्यों?”
- पंजीकरण ठप: एक साल से इंतजार कर रहे प्लॉट-फ्लैट मालिक
- बच्चों के पार्क की दुर्दशा: झूले टूटे, घास सूखी – खेल नहीं, खतरा
- पेस्ट कंट्रोल नाकाफी: मच्छरों और कीड़ों से बढ़ रही बीमारियां
- सुरक्षा कर्मचारी अनप्रोफेशनल: डिजिटल सुरक्षा का वादा अधूरा
- स्ट्रीट लाइट खराब: रात में चलना मुश्किल, कई क्षेत्र अंधेरे में
- ओडिसी क्लब पर विवाद: “बाहरी लोगों को मिल रही VIP एंट्री”
🔈 प्रबंधन का जवाब:
बिनय कुमार चौधरी, ग्रुप हेड – बंगाल सृष्टि, ने हर आरोप का विस्तार से जवाब दिया:
- GST कानूनन अनिवार्य है, हमने सभी चालान अपलोड किए हैं
- सामुदायिक हॉल सेक्शनल स्तर पर मौजूद हैं
- पंजीकरण विवाद अप्रैल-मई तक सुलझ जाएगा
- बच्चों के पार्क, पेस्ट कंट्रोल और सुरक्षा पर समीक्षा शुरू
- ओडिसी क्लब पूरी तरह सदस्यों के लिए, कोई बाहरी नहीं
- स्ट्रीट लाइट्स पर जांच कर तुरंत सुधार होगा
- कचरा प्रबंधन और जल आपूर्ति प्रक्रिया पारदर्शी
- 20 पैसे की रखरखाव शुल्क वृद्धि को “जरूरी और जायज़” बताया
💬 आंदोलनकारियों की चेतावनी:
“जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जातीं, आंदोलन जारी रहेगा।”
डॉ. सोहाग बोस और रामाधार सिंह जैसे प्रमुख समुदाय नेताओं ने इसे “सुनियोजित जन-असंतोष” बताया।
📸 रैली की तस्वीरें वायरल:
- तख्तियों पर लिखा था:
👉 “हम टैक्स भरते हैं, पर अधिकार नहीं मिलते”
👉 “यह घर है या जंग का मैदान?”
🧱 सेंट्रल पार्क पर अलग विवाद:
यह एक वाणिज्यिक क्षेत्र है लेकिन यहां रोज़ाना हजारों की भीड़ आती है, जिससे रेजिडेंशियल शांति भंग होती है। प्रबंधन ने इसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस सहयोग की बात कही।
🤝 अंत में क्या समाधान?
प्रबंधन ने संवाद और समाधान के लिए दरवाज़ा खुला रखा है। निवासियों से सहयोग की अपील भी की गई है। लेकिन ज़मीनी नाराज़गी इस समय सिर्फ़ आश्वासनों से शांत होती नहीं दिख रही।