आसनसोल/औरंगाबाद:
दिनांक 23 अगस्त 2025 को M/S ब्लू स्टार कंपनी के HR अभिजीत जीवन इंगले ने बारूण थाना में एक लिखित आवेदन देकर सोननगर TSS (ट्रैक्शन सब स्टेशन) में हुई बड़ी चोरी की जानकारी दी। शिकायत में बताया गया कि TSS परिसर से ट्रांसफॉर्मर का तेल, साइट प्लेट के नट-बोल्ट और ट्रांसफॉर्मर के कीमती पुर्जे चोरी कर लिए गए, जिनकी कुल कीमत लगभग 3.5 करोड़ रुपये है।
शिकायत के आधार पर कांड संख्या 409/25, दिनांक 23.08.2025 के तहत अज्ञात अपराधियों पर एफआईआर दर्ज की गई।
🔍 SIT और RPF की संयुक्त टीम का बड़ा खुलासा
चोरी का पर्दाफाश करने के लिए गठित SIT और RPF दहेरी की टीम ने
- CCTV फुटेज,
- तकनीकी विश्लेषण,
- और इंटेलिजेंस इनपुट
का उपयोग करते हुए 8 दिसंबर 2025 को रेलवे स्टेशन के पीछे एक पिकअप वैन से कॉपर तार सहित रमेेश चौधरी को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में मिले सुरागों के आधार पर टीम ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर
- सोननगर भवर के पास खड़ी एक स्कॉर्पियो
- और केशवपुर में छिपी एक बोलेरो
से कुल 14 और आरोपियों को पकड़ लिया।
इस तरह कुल 15 अपराधियों को चोरी के माल समेत गिरफ्तार किया गया।
🔥 आरोपियों की चौंकाने वाली स्वीकारोक्ति
सभी गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि चोरी किए गए कॉपर तार और अन्य सामान को वे
आसनसोल (जिला–बर्धमान, पश्चिम बंगाल) में दिल्ली–कोलकाता हाइवे, ज्योति नगर, गीतांजलि होटल के पास स्थित कबाड़ दुकान में बेचते थे,
और फिर आपस में पैसा बांट लेते थे।
🕵♂️ टार्जन गैंग की इंटर-स्टेट आपराधिक गतिविधियाँ
जांच में सामने आया कि गिरफ्तार आरोपी टार्जन गैंग से जुड़े हैं, जो लंबे समय से
- बिहार,
- झारखंड,
- समस्तीपुर,
- सकरी
- और पंडौल
के रेलवे स्टेशनों के पास लग रहे नए ट्रांसफॉर्मरों से कॉपर वायर काटकर चोरी करता रहा है।
लगभग दो महीने पहले, इस गिरोह ने मुगलसराय से संपर्क क्रांति एक्सप्रेस की लगेज बोगी से भी माल निकालकर
अनुग्रह स्टेशन के आगे फेंक दिया था, जिससे बड़ा नुकसान हुआ।
👥 गिरफ्तार 15 आरोपियों की सूची
(न्यूज़ रिपोर्टिंग के अनुसार स्पष्ट और क्रमबद्ध)
- टार्जन चौधरी
- रमेेश चौधरी
- विश्वजीत चौधरी
- दिनेश चौधरी
- राजेश चौधरी
- सुरज गुप्ता
- अमन कुमार
- मो. आलम मियां
- राजन चौधरी
- दिनेश चौधरी
- सुनील सिंह
- जितेंद्र झा
- जिउत चौधरी
(उपरोक्त सभी – दुर्गापुर, जिला बर्धमान, पश्चिम बंगाल) - तपस चौधरी – जिला नदिया, पश्चिम बंगाल
- ललन चौधरी – जिला साहेबगंज, झारखंड
🛑 बरामदगी
- कॉपर तार: लगभग 12 क्विंटल
- पिकअप वैन: 01
- स्कॉर्पियो: 01
- बोलेरो: 01
- एंड्रॉयड मोबाइल: 05
- कीपैड मोबाइल: 03
✔ SIT को शक है कि इस गिरोह के पीछे कुछ और बड़े मास्टरमाइंड शामिल हैं—जिनकी तलाश जारी है।
✔ चोरी किए गए कॉपर तार को溶 (मेल्ट) कर बेचने की भी तैयारी होती थी ताकि पहचान न हो सके।
✔ जांच टीम ने बताया कि चोरी की घटनाएँ योजनाबद्ध थीं और गैंग के पास ट्रांसफॉर्मर संरचना का तकनीकी ज्ञान भी था।
✔ रेलवे जोन में अब हाई-टेक निगरानी लगाने की तैयारी हो रही है।












