👉 ADG (कारा) का आदेश पहुंचा आसनसोल जेल, यहां 400 कैदी मौजूद
आसनसोल : मतदाता सूची के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SAR) प्रक्रिया में अब जेलबंद कैदी भी शामिल होंगे। आम लोगों की तरह ही कैदियों को भी अपना एन्यूमरेशन फॉर्म भरना होगा। निर्वाचन आयोग (EC) ने इससे संबंधित निर्देश जारी कर दिया है। राज्य कारा दफ्तर को यह निर्देश प्राप्त हो चुका है। इलेक्शन कमीशन ने जेल डिपार्टमेंट को बताया है कि आसनसोल सहित राज्य के तमाम संशोधनागारों में कैदियों के नाम प्रोसेस को फॉलो करके लिस्ट में शामिल करने होंगे। ADG (जेल) लक्ष्मीनारायण मीना ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है। आदेश की प्रति आसनसोल संशोधनागार (जेल) पहुंच चुकी है। आसनसोल संशोधनागार के अधीक्षक चंद्रेयी हाईत ने आदेश प्राप्त होने की पुष्टि की है।
यहां बता दें कि पश्चिम बंगाल में कुल 62 संशोधनागार हैं। इनमें करीब 35 हजार कैदी हैं। आसनसोल संशोधनागार में करीबन 400 कैदी हैं। चुनाव आयोग द्वारा एसआईआर प्रक्रिया शुरू करने के बाद यह सवाल गहराने लगा था कि आखिर कैदियों के लिए क्या व्यवस्था होगी? कैदियों को फॉर्म भरने मिलेगा या नहीं? अगर कैदी अपना फॉर्म नहीं भर सके तो वोटर लिस्ट से उनका नाम कटने की आशंका थी और स्वाभाविक था कि आगामी चुनावों में वे मतदान भी नहीं कर सकते। लेकिन, अब चुनाव आयोग द्वारा आदेश जारी कर दिए जाने से कैदियों के साथ ही जेल प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है।
आसनसोल के एसडीओ बिस्वजीत भट्टाचार्य ने कहा, “जैसे हम दूसरी जगहों पर वोटरों को इस बारे में जागरूक करने के लिए ऑफिसर भेज रहे हैं, वैसे ही इस मामले में, अगर ज़रूरत पड़ी तो मैं आसनसोल सुधार गृह जाकर कैदियों को फॉर्म भरने का तरीका समझाऊंगा।” सलानपुर के BDO देबांजन बिस्वास ने कहा कि अगर इस ब्लॉक से कोई कैदी आसनसोल सुधार गृह में है, तो जानकारी मिलते ही वे ज़रूरी फॉर्म भेजने की पहल करेंगे।
जेल डिपार्टमेंट का ऑर्डर पहुंचने के बाद पॉलिटिकल पार्टियों के प्रतिनिधि भी राहत महसूस कर रहे हैं। नेताओं का कहना है कि इस फैसले से राज्य के तमाम सुधार गृहों के कैदियों को फायदा होगा। टीएमसी, कांग्रेस और माकपा का प्रस्ताव है कि अगर चुनाव के दौरान राज्य के हर सुधार गृह में एक बूथ बनाया जाए, तो कैदी वहां वोट दे सकेंगे। इलेक्शन कमीशन को यह भी पक्का करना चाहिए कि कैदी भी अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल आसानी से कर सकें।
आसनसोल संशोधनागार के सुपरिटेंडेंट ने कहा कि अभी यहां 400 कैदी हैं। इनमें से कुछ सजायाफ्ता हैं, बाकी अंडरट्रायल कैदी हैं। उनके मामले में, अगर परिवार वाले एन्यूमरेशन फ़ॉर्म लेने की रिक्वेस्ट करते हैं, तो जेल अधिकारी मदद करेंगे। वे इस बारे में एसडीओ से भी बात करेंगे। सुधार गृह में परिवार वालों के कैदियों से मिलने का एक खास समय होता है। उस दौरान, अगर कोई एन्यूमरेशन फ़ॉर्म लाता है, तो जेल डिपार्टमेंट का स्टाफ़ उसे भरने में उनकी मदद करेगा।












