आसनसोल: साउथ बंगाल स्टेट ट्रांसपोर्ट (SBST) के टिकट काउंटर से कर्मचारियों को हटाए जाने के फैसले के बाद हंगामा मच गया। विरोध जताते हुए पुराने कर्मचारियों ने काउंटर में ताला जड़ दिया, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
कर्मचारियों का गुस्सा: “हमसे हमारा हक छीना जा रहा है!”
राजू बाउरी और बापा कर्माकर सहित हटाए गए कर्मचारियों ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि वे 2007 से SBST टिकट काउंटर में काम कर रहे थे। अचानक फोन पर सूचना मिली कि अब उनकी जगह नए लोगों को नियुक्त किया जाएगा।
बिना किसी पूर्व सूचना के नौकरी से हटाने के खिलाफ कर्मचारियों ने विरोध शुरू कर दिया और काउंटर पर ताला लगाकर नए स्टाफ को अंदर जाने से रोक दिया। उनका कहना है कि यह फैसला अन्यायपूर्ण है और इससे उनके परिवार की आजीविका पर गहरा असर पड़ेगा।

TMC नेता ने खोला मोर्चा: “ऐसा अन्याय नहीं होने देंगे!”
तृणमूल कांग्रेस के परिवहन नेता राजू अहलूवालिया ने SBST के इस फैसले की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा,
“मा माटी मानुष की सरकार में इस तरह का अन्याय नहीं हो सकता। जो चार कर्मचारी पहले से इस काउंटर पर काम कर रहे थे, उन्हें हटाना पूरी तरह गलत है।”
उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही इस मुद्दे को सुलझाया जाएगा और किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
यात्रियों को भारी परेशानी, प्रशासन पर उठे सवाल
SBST टिकट काउंटर बंद होने से यात्रियों को टिकट लेने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बस स्टैंड पर अराजकता का माहौल बन गया, जिससे कई यात्री बिना टिकट के यात्रा करने को मजबूर हो गए।
इस विवाद के कारण प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए पुराने कर्मचारियों को हटाने का फैसला क्यों लिया गया?