कोलकाता के आरजी कर मेडिकल अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और उसकी नृशंस हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस वीभत्स घटना के विरोध में मीडिया पर्सनैलिटी और इंटरनेशनल इक्विटेबल ह्यूमन राइट्स सोशल काउंसिल ने कड़ा रुख अपनाया है। काउंसिल के चेयरमैन संजय सिन्हा ने इस संदर्भ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्वीट कर मुजरिमों को कड़ी सजा देने की मांग की है।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग
संजय सिन्हा ने कहा कि इस घटना की जांच सीबीआई कर रही है, लेकिन अभियुक्त को किसी भी प्रकार की छूट न मिल जाए, इसके लिए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की गई है। सिन्हा का कहना है कि यह मुद्दा सरकारी, गैर-सरकारी या किसी भी क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से जुड़ा है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से हर स्तर पर संवेदनशील व्यवस्था सुनिश्चित करने की अपील की है और दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की भी मांग की है। साथ ही, उन्होंने कानून को सख्त करने की जरूरत पर भी बल दिया ताकि अभियुक्त बचकर न निकल सकें।
अस्पताल में सुरक्षा की बढ़ती जरूरत
संजय सिन्हा ने आरजी कर मेडिकल अस्पताल में सीसीटीवी कैमरों की कुल संख्या, अस्पताल क्षेत्रों की 100 फीसदी कवरेज और लाइव फीड मॉनिटरिंग पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने की भी मांग की है।
बिहार की घटनाएँ: दुराचार और हत्या
संजय सिन्हा ने बिहार के मधुबनी में 18 साल की वंचित समाज की लड़की के साथ दुराचार और हत्या की घटना का भी उल्लेख किया। इसके बाद, मुजफ्फरपुर में 14 साल की बच्ची के साथ दुराचार और हत्या की घटना को भी गंभीरता से लेने की अपील की है। उन्होंने बिहार सरकार से इन घटनाओं के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और वंचितों की सुरक्षा और सम्मान पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी है।