बरनपुर: (SAIL बोनस 2024) सैल (SAIL) कर्मचारियों के बोनस को लेकर बैठक में सहमति नहीं बन सकी, लेकिन इसके बावजूद प्रबंधन ने 26,500 रुपये बोनस देने का आदेश जारी कर दिया है। आज शाम को यह निर्देश जारी होते ही कर्मचारियों में नाराजगी दिखने लगी है। साथ ही, कर्मचारियों ने एक बार फिर यूनियनों की भूमिका और अस्तित्व पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है।
2022 में सैल कर्मचारियों को 28,000 रुपये का बोनस और 12,500 रुपये प्रोत्साहन राशि दी गई थी, यानी कुल 40,500 रुपये। लेकिन 2023 में प्रबंधन ने 23,000 रुपये बोनस और 18,500 रुपये प्रशिक्षुओं के लिए देने का आदेश जारी किया था। इस वर्ष भी कर्मचारियों के लिए 26,500 रुपये और प्रशिक्षुओं के लिए 21,200 रुपये बोनस का आदेश दिया गया है। यह राशि ऑनलाइन माध्यम से कर्मचारियों के बैंक खातों में भेजी जाएगी।
सैल आईएसपी द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि सैल के प्रदर्शन (मात्रात्मक और वित्तीय) और ASPLIS योजना के आधार पर सभी नियमित नॉन-एग्जीक्यूटिव कर्मचारियों (प्रशिक्षुओं सहित) को वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक बोनस देने का निर्णय लिया गया है, जो 01.04.2024 को रोल पर थे और वर्तमान में भी सैल के रोल पर हैं। नॉन-एग्जीक्यूटिव कर्मचारियों के लिए 26,500 रुपये और प्रशिक्षुओं के लिए 21,200 रुपये बोनस के रूप में घोषित किए गए हैं।
यह बोनस कर्मचारी बोनस (संशोधन) अधिनियम, 2015 के तहत बोनस के रूप में माना जाएगा और जो कर्मचारी इस अधिनियम के तहत बोनस के पात्र हैं, उन्हें यह राशि दी जाएगी। हालांकि, जो कर्मचारी 2024-25 में इस्तीफा देंगे या उत्पादन को नुकसान पहुंचाने वाले अवैध कार्यों में शामिल होंगे, उन्हें बोनस से वंचित किया जा सकता है।

इस वर्ष सैल प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों के बोनस में कमी किए जाने से कर्मचारियों में असंतोष और आक्रोश का माहौल है। कई कर्मचारी इसे उनके साथ अन्याय बता रहे हैं और यूनियनों की निष्क्रियता पर भी सवाल उठा रहे हैं। कुछ कर्मचारी यहां तक कह रहे हैं कि अगर यूनियनों ने कर्मचारियों की मांगों को लेकर गंभीरता से कदम नहीं उठाया, तो जल्द ही बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो सकता है।