आसनसोल : रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने मानव तस्करी के खिलाफ अपने निरंतर अभियान में एक बड़ी सफलता हासिल की। “ऑपरेशन आहट” के तहत आसनसोल स्टेशन में अभियान चलाकर आरपीएफ ने न सिर्फ दो मानव तस्करों को दबोचा, बल्कि 4 नाबालिगों को भी बचाया। खुफिया जानकारी के आधार पर, आसनसोल पश्चिम पोस्ट, आसनसोल मंडल के आरपीएफ अधिकारियों ने आसनसोल रेलवे स्टेशन पर ट्रेन संख्या 12376 डाउन को रोका और नाबालिगों को तस्करों के कब्जे से छुड़ाया। यह कार्रवाई बुधवार को की गई।
गुरुवार को रेल प्रशासन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, गिरफ्तार किए गए तस्करों को राजकीय रेलवे पुलिस स्टेशन (जीआरपीएस), आसनसोल को सौंप दिया गया। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), किशोर न्याय (बालकों की देखभाल एवं संरक्षण) अधिनियम, और बाल श्रम (निषेध एवं विनियमन) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। बचाए गए बच्चों को उचित देखभाल और पुनर्वास के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन, आसनसोल को सौंप दिया गया।
इसके अतिरिक्त, उसी दिन, “ऑपरेशन नन्हे फरिस्ते” के तहत, हावड़ा, मालदा और आसनसोल डिवीजनों के आरपीएफ अधिकारियों ने हावड़ा, आसनसोल और मालदा रेलवे स्टेशनों के परिसरों से चार लड़कियों सहित पाँच नाबालिग बच्चों को बचाया। बचाए गए नाबालिग असुरक्षित परिस्थितियों में पाए गए—कुछ अपने अभिभावकों से अलग थे, जबकि अन्य बेवजह घूमते पाए गए। सभी को परामर्श और आगे के पुनर्वास के लिए संबंधित चाइल्डलाइन अधिकारियों को सुरक्षित रूप से सौंप दिया गया।
आरपीएफ “ऑपरेशन आहट” और “ऑपरेशन नन्हे फरिस्ते” के माध्यम से असुरक्षित बच्चों की सुरक्षा के लिए अपने निरंतर प्रयास जारी रखे हुए है।
