रानीगंज पुस्तक मेला 2025: उद्घाटन मंच पर सिद्धीकुल्ला चौधरी के बयान से मचा बवाल!

📚 रानीगंज : “किताबों के लिए चलो”— इस संदेश के साथ रानीगंज पुस्तक मेले के तीसरे चरण की शानदार शुरुआत हुई सियारसोल राज मैदान में। इस बार का मेला राज्य के जन शिक्षा प्रचार और पुस्तकालय सेवा विभाग के मंत्री सिद्धीकुल्ला चौधरी ने दीप प्रज्ज्वलन और कई पुस्तकों के विमोचन के साथ उद्घाटन किया। लेकिन इस शुभ मौके पर मंत्री ने मंच से राजनीतिक हमला बोल दिया, जिससे पूरा माहौल गरमा गया और विवादों का नया सिलसिला शुरू हो गया।

🔥 मंच से सिद्धीकुल्ला चौधरी के विवादित बयान!

📌 “सनातन धर्म धारा के विपरीत बह रहा है, इसे बचाने की जिम्मेदारी महाराजाओं की है।”
📌 “इस्लाम धर्म में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं, स्वामी विवेकानंद ही असली सनातनी हिंदू हैं।”
📌 “बंगाली भाषा पर बार-बार हमला हो रहा है, बंगालियों! सिर ऊंचा रखो!”
📌 “कुछ नेता हमेशा झूठ बोलते हैं और मीडिया वही झूठ फैलाने में लगी रहती है!”
📌 “पैसे से दिल नहीं जीते जाते, इसलिए कोई ‘ममता मॉडल’ दिखाना नहीं चाहता।”
📌 “स्वतंत्रता संग्राम में कई लोग अंग्रेजों के दलाल थे, वही आज 65 इंच की छाती दिखा रहे हैं!”

मंत्री ने सवाल उठाया कि “बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे हैं, लेकिन मोदी जी वहां क्यों नहीं जाते?” उन्होंने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में अल्पसंख्यक अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर स्थिति में हैं और अगर उनकी हालत खराब है तो यह केंद्र सरकार की असफलता है।

📚 91 स्टॉल, 48 किताबों की स्टॉल के साथ भव्य पुस्तक मेला!

इस बार के मेले में बंगाली, उर्दू और अंग्रेजी पुस्तकों की स्टॉल हैं, लेकिन हिंदी पुस्तक स्टॉल की गैरमौजूदगी ने विवाद को जन्म दिया है। इस बार मेले में राज्य के विभिन्न हिस्सों से 48 बुक स्टॉल आई हैं। इसके अलावा—

हेल्थ कैंप: मेले में आने वालों के लिए स्वास्थ्य जांच और परामर्श सेवा।
नि:शुल्क पौधा वितरण: वन विभाग की ओर से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम: नामी कलाकारों के साथ-साथ स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुतियां।
धार्मिक पुस्तक स्टॉल: स्वामी विवेकानंद, मां सारदा और श्रीरामकृष्ण के विचारों पर विशेष पुस्तक प्रदर्शनी।

यह पुस्तक मेला प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से रात 9 बजे तक 11 जनवरी तक चलेगा।

ghanty

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