रानीगंज।
रानीगंज के अस्तित्व, विकास और व्यापारिक हितों की लगातार अनदेखी से क्षुब्ध स्थानीय लोगों और व्यवसायिक संगठनों ने शुक्रवार को नेताजी स्टैच्यू के समीप एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक सभा की। इस सभा का आयोजन रानीगंज बचाओ मंच की स्टीयरिंग कमेटी द्वारा किया गया, जिसकी अध्यक्षता मंच के संयुक्त संयोजक गौतम घटक ने की।
इस मंच के समर्थन में रानीगंज के लगभग सभी प्रमुख संगठन एकजुट दिखे—
- रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स
- ज्वैलरी एसोसिएशन
- क्लॉथ मर्चेंट एसोसिएशन
- सुभाष स्वदेश भावना
- लायंस क्लब, रोटरी क्लब
सहित कई सामाजिक और व्यावसायिक संस्थाएँ बड़ी संख्या में मौजूद रहीं।
🔥 विकास की कमी और प्रशासनिक उपेक्षा पर तीखे सवाल
सभा में वक्ताओं ने रानीगंज की उपेक्षित समस्याओं को जोरदार ढंग से उठाया—
- शहर में वर्षों से रुकी विकास योजनाएँ
- ट्रैफिक और पार्किंग की भयावह समस्या
- व्यापारियों के लिए सुरक्षा और सुविधा की कमी
- अवैध कब्ज़ा और अतिक्रमण
- और प्रशासन की उदासीनता
वक्ताओं का कहना था कि रानीगंज जैसे ऐतिहासिक और व्यावसायिक शहर को बार-बार पीछे धकेला जा रहा है, जबकि यहां से सरकारी टैक्स और राजस्व की बड़ी मात्रा राज्य को प्राप्त होती है।
🔥 “अब समझौता नहीं… आंदोलन होगा”— रानीगंज का दो-टूक संदेश
रानीगंज बचाओ मंच ने घोषणा की कि अब शहर के अस्तित्व, व्यापारिक हितों और स्थानीय समस्याओं को लेकर चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जाएगा।
यह भी चेतावनी दी गई कि यदि प्रशासन ने समय रहते ध्यान नहीं दिया, तो पूरा रानीगंज सड़क पर उतरने को तैयार है।
🔥 जनता की भारी उपस्थिति ने दिया बड़ा संदेश
सभा स्थल पर बड़ी संख्या में व्यवसायियों, दुकानदारों, युवाओं और सामाजिक संगठनों की मौजूदगी ने साफ संकेत दे दिया—
“रानीगंज के हितों को कोई नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा तो पूरा शहर एकजुट होकर उसका जवाब देगा।”
लोगों का कहना है कि रानीगंज को अब विकास की मुख्यधारा में लाना ही होगा, और इसके लिए हर स्तर पर संघर्ष जारी रहेगा।












