अंडाल : अंडाल हवाई अड्डे के बीएपीएल प्राधिकरण ने अपना वादा नहीं निभाया है l वादाखिलाफी को लेकर जमीन दाताओं ने शनिवार को अंडाल हवाईअड्डे पर नवनिर्मित सड़क का निर्माण कार्य रोक कर विरोध प्रदर्शन किया l भूमि दाताओं की मांग है कि बीएपीएल प्राधिकरण ने भूमि अधिग्रहण करते समय जो वादा किया था उसे पूरा नहीं किया है और यही आज के आंदोलन का मुख्य कारण है l हालाँकि, इस संबंध में BAPL अधिकारियों से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली हैं। दक्षिणखंड मौजा के जमीन दाता आशीष पाल और बिजन पाल ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि किसी की जमीन जबरदस्ती नहीं छीनी जा सकती l लेकिन निचले स्तर के प्रशासनिक अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना कर जबरन जमीन मालिकों से जमीन छीन रहे हैं l आशीष बाबू ने कहा कि दक्षिण खंड मौजा में दस बीघे जमीन को लेकर अब भी विवाद है, जहां जमीन देनेवाले अपनी जमीन देने को तैयार नहीं हैं, वहीं अधिकारी जबरन जमीन लेने की रणनीति अपनाये हुए हैं l उन्होंने कहा कि जब यहां हवाईअड्डा बन रहा था तो क्षेत्र के भूमि दानदाताओं ने मित्रतापूर्ण व्यवहार दिखाया और अपनी जमीन हवाईअड्डा अधिकारियों को दे दी l करीब 2300 एकड़ जमीन दानदाताओं ने एयरपोर्ट अथॉरिटी को दी है। भूमि अधिग्रहण करते समय, बीएपीएल अधिकारियों ने भूमि मालिकों से भूमि के बदले में परिवार के एक बेरोजगार युवा को रोजगार और क्षेत्र के विकास के लिए प्रशिक्षण देने का वादा किया था, लेकिन आज इतने वर्षों बाद भी आश्वासन ही रह गया है। भूमि दाताओं का एक वर्ग दावा कर रहा है कि बीएपीएल अधिकारियों ने एक भी बात नहीं रखी है। बीपीएल अधिकारी अंडाल हवाई अड्डे से अंडाल उखड़ा की मुख्य सड़क तमला मोड़ तक सड़क निर्माण पर काम कर रहे हैं। बन रही नई सड़क के आसपास की जमीन के मालिक सड़क का काम रोककर विरोध में शामिल हो गए। उन्होंने मांग की कि बीएपीएल को तब तक सड़क निर्माण कार्य करने की अनुमति नहीं दी जाएगी जब तक कि वह क्षेत्र के भूमि मालिकों से किया गया वादा पूरा नहीं करती। इस बीच, तनाव को बढ़ते देख इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल और लड़ाकू बल तैनात किए गए।
अंततः प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन पर सोमवार को मकान मालिकों के साथ बैठक का निर्णय लिया गया और मकान मालिकों ने वादे के मुताबिक अपना विरोध वापस ले लिया l