👉जवाबी सभा में लगाए गए आरोपों के बाद बीजेपी के निशाने पर मंत्री, विधायक और नगर निगम
👉देवतनु, कृष्णा और कृष्णेंदु ने खोला मोर्चा, अब टीएमसी की प्रतिक्रिया का जनता को इंतजार
आसनसोल : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने में अभी काफी समय बचे हैं। फिलहाल चुनाव आयोग SIR के कार्य में व्यस्त है। चुनावी तारीखों का ऐलान होना बाकी है। लेकिन, इन सबके बीच शिल्पांचल का सियासी पारा तेजी से गर्म होने लगा है। BJP और TMC के वरिष्ठ नेताओं के बीच जुबानी जंग अभी से ही तेज होने लगी है। मंत्री से लेकर जिलाध्यक्ष और राज्य स्तरीय नेताओं के बीच तू-तू-मैं-मैं शुरू हो चुकी है।
गत 8-10 दिनों में आसनसोल शहर की राजनीतिक गतिविधियां सुर्खियों में है। बीते 29 नवंबर को शहर के गिरजा मोड़ पर बीजेपी की परिवर्तन सभा को बंगाल भाजपा के अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्या ने संबोधित किया था। इसी सभा से शिल्पांचल के विशिष्ट समाजेसवी कृष्णा प्रसाद ने अपनी राजनीतिक सक्रियता तेज कर दी थी। बीजेपी की इस सभा के जवाब में तृणमूल कांग्रेस की ओर से करीब सात दिनों के बाद रविवार को गिरजा मोड़ में उसी स्थान पर जनसभा आयोजित की गई। राज्य के श्रम व कानून मंत्री मलय घटक बतौर मुख्य वक्ता मौजूद रहे। इसके अलावे जिला के तमाम नेताओं ने सभा को संबोधित किया।
अब इस सभा में मंत्री मलय घटक के द्वारा दिए गए बयानों के विरोध में सोमवार की दोपहर बीजेपी की ओर से जिला दफ्तर में पत्रकार वार्ता आयोजित कर कई गंभीर आरोप लगाए गए।
जिलाध्यक्ष ने पूछा- मंत्री बताएं कि ED ने उन्हें कितनी बार और क्यों नोटिस भेजा?
बीजेपी के जिलाध्यक्ष देवतनु भट्टाचार्या ने कहा कि आसनसोल शहर में नगर निगम का दोहरा मापदंड खुलेआम दिख रहा है। वोट बैंक के लालच में हट्टन रोड मोड़ से अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा है। टोटो परिचालन को व्यवस्थित करने के लिए कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है। लेकिन, कुमारपुर के गरीब दुकानदार को परेशान किया जा रहा है। राज्य के मंत्री मलय घटक को दूसरों पर कीचड़ उछालने से पहले यह जवाब देना चाहिए कि आखिर उन्हें ED ने कितनी बार और किस कारणवश नोटिस भेजा? मलय घटक राज्य के कानून मंत्री हैं, वे आरोप लगा रहे हैं कि बीजेपी के मंच पर भू-माफिया और कोयला माफिया मौजूद थे और अगर इसके पुख्ता सबूत मंत्री जी के पास हैं, तो राज्य में उनकी सरकार और उनकी ही पुलिस है, फिर आखिर कोयला माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। या फिर कोई साठगांठ है।
देवतनु का गंभीर आरोप- तपसी साइिडंग में विधायक पुत्र का सिंडिकेट
भट्टाचार्या ने आगे कहा कि तपसी रेल साइडिंग पर विधायक पुत्र प्रेमपाल ने एकछत्र प्रभुत्व कायम कर लिया है। अपना सिंडिकेट चलाया जा रहा है। सिर्फ वसूली पर उनका ध्यान केंद्रीत है। एसआईआर को रोकने की साजिश की गई थी, ताकि अवैध वोटरों के सहारे तृणमूल की सरकार को बचाया जा सके, लेकिन अब यह किला ध्वस्त होने वाला है।
कृष्णा का बड़ा दावा- 2026 में बनेगी भाजपा सरकार, शिल्पांचल की सभी 9 सीटें जीतेंगे
बीजेपी के फायर ब्रांड हिन्दी भाषी नेता कृष्णा प्रसाद ने कहा कि बीजेपी की परिवर्तन सभा को देखकर टीएमसी पूरी तरह से घबरा गई है। मंत्री के पांव तले जमीन खिसक चुकी है। आज पूरे शिल्पांचल में माफियातंत्र हावी हो चुका है। रेलपार में 350 करोड़ का स्कैम किसके शह पर हुआ? स्कैम करने वाले को सरेंडर करवाकर किसके शह पर बचाया गया? यह सबको पता है। बीते 15 वर्षों के काले-कारनामों की सारी कुंडली जल्द ही परत दर परत खुलने वाली है। 2026 के चुनाव में बंगाल में बीजेपी की सरकार बनेगी और पश्चिम बर्दवान के सभी 9 सीटों पर भाजपा ही जीत दर्ज करेगी।
बोले कृष्णेंदु- 15 साल में मंत्री ने नहीं किया कोई काम, जवाबदेही तक नहीं
बीजेपी के राज्य स्तरीय नेता कृष्णेंदु मुखर्जी ने कहा कि टीएमसी के संरक्षण में चल रहे लूटतंत्र ने ईसीएल को बर्बाद कर दिया है। कंपनी घाटे में चली गई है। वेतन भुगतान नहीं हो पा रहा है। कोयला-बालू की खुलेआम लूट मची हुई है। नॉर्थ विधानसभा में हाईवे के किनारे पर जमीन पर खुलकर कब्जा किया जा रहा है। वहां निगम द्वारा सड़कें बना दी जा रही है। पूरे रेलपार में लोहे का अवैध कांटा जगह-जगह बना दिया गया है। ड्रग्स रैकेट सक्रिय है। जमीन का अवैध धंधा चल रहा है। लाजपत नगर के पास भूड़भूड़िया नदी के किनारे जमीन पर कब्जा कर लिया गया है, यहां अगले साल से छठपूजा होना संभव नहीं है। बीते 15 वर्षों से मलय घटक यहां के विधायक और राज्य में मंत्री हैं, लेकिन कोई बेहतर काम नहीं किया गया है। कोई जवाबदेही तक नहीं है।
बहरहाल, बीजेपी द्वारा लगाए गए इन गंभीर आरोपों के बाद शहर की राजनीतिक सरगर्मी और भी तेज होनी तय मानी जा रही है। अब आने वाले समय में यह देखना है कि टीएमसी इन मामलों को लेकर कब और कैसी प्रतिक्रिया देती है?












