आसनसोल, 3 अप्रैल 2025:
पेंशन अधिनियम वैधता संशोधन विधेयक 2025 के खिलाफ देशभर में विरोध तेज हो गया है। इस विधेयक को 25 मार्च 2025 को लोकसभा और 27 मार्च 2025 को वित्त विधेयक 2025 के साथ पारित किया गया। इस कानून के तहत सरकार को पेंशनभोगियों के बीच भेदभाव करने और भारत के संचित निधि से पेंशन व्यय नीति निर्धारित करने की शक्ति दी गई है।
अगर यह कानून लागू हुआ, तो पेंशनभोगियों के बीच असमानता बढ़ेगी और वे आठवें वेतन आयोग के लाभ से वंचित हो जाएंगे। इसके विरोध में आज आसनसोल के डाक विभाग के मुख्यालय पर एक विशाल विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया।
इस विरोध प्रदर्शन में रिटायर्ड रेलवे एम्प्लॉइज एसोसिएशन, महिशीला, पोस्टल पेंशनर्स एसोसिएशन, बीएसएनएल पेंशनर्स एसोसिएशन और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों के पेंशनभोगी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
🔥 “पेंशन पर हमला बर्दाश्त नहीं, सरकार फैसला वापस ले!”
विरोध प्रदर्शन में मौजूद पेंशनभोगियों ने “संशोधित पेंशन विधेयक वापस लो!” के नारे लगाए।
इस रैली को संबोधित किया—
✅ कॉमरेड एम. एस. मंडल (रेलवे)
✅ कॉमरेड सुब्रत मिश्रा (BSNL)
✅ कॉमरेड मनोरंजन चार (CGP)
रैली का संचालन किया—
📌 कॉमरेड मृदुल चटर्जी
📌 कॉमरेड हीरक चंद्र चंदा
📌 कॉमरेड मनोरंजन चार
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने यह विधेयक वापस नहीं लिया, तो पूरे देशभर में उग्र आंदोलन होगा।