पानागढ़ में हाल ही में हुए दर्दनाक घटना को लेकर राज्य में महिला सुरक्षा और पुलिस की नाकामी के खिलाफ गुरुवार को BJP के आसनसोल संगठनात्मक जिले के आह्वान पर दुर्गापुर डीसीपी (पूर्व) कार्यालय का घेराव किया गया। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व आसनसोल दक्षिण की BJP विधायक और प्रदेश सचिव अग्निमित्रा पाल ने किया। उनके साथ दुर्गापुर के BJP विधायक लक्ष्मण घोरुई भी मौजूद थे।
🔥 पुलिस पर बरसीं अग्निमित्रा पाल, लगाए गंभीर आरोप
अग्निमित्रा पाल ने इस घटना के लिए सीधे पुलिस को जिम्मेदार ठहराया और आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नर सुनील कुमार चौधरी पर करारा प्रहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस कमिश्नर का बयान केवल सच्चाई को छिपाने का प्रयास है।

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा,
“पुलिस कमिश्नर को कैसे पता चला कि यह सिर्फ कारों की रेसिंग थी? उन्होंने यह कैसे साबित कर दिया कि लड़की के साथ छेड़खानी नहीं हुई? अगर यह सिर्फ रेसिंग थी, तो 17 किलोमीटर तक पुलिस कहां थी?”
उन्होंने दावा किया कि आरोपियों की गाड़ी से शराब के गिलास मिले हैं, जिससे यह साफ होता है कि वे नशे में थे। पुलिस की लापरवाही के कारण इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही हैं।
🔥 पुलिस से झड़प, डीसीपी ऑफिस बना रणक्षेत्र

जब BJP कार्यकर्ताओं ने डीसीपी ऑफिस के सामने सड़क जाम कर दी, तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। बार-बार अनुरोध करने के बावजूद अग्निमित्रा पाल और BJP कार्यकर्ताओं ने रास्ता खोलने से इनकार कर दिया। देखते ही देखते पुलिस और BJP नेताओं के बीच तीखी बहस शुरू हो गई।
अग्निमित्रा पाल ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा,
“यह राज्य अब अपराधियों की जन्नत बन चुका है। तृणमूल की छत्रछाया में अपराधी जो चाहें कर सकते हैं। हत्या, बलात्कार भी कर लें तो भी कुछ नहीं होगा, क्योंकि उनके हाथ में सत्तारूढ़ दल का झंडा है!”

🔥 BJP की चेतावनी, राज्यव्यापी आंदोलन की धमकी
अग्निमित्रा पाल ने साफ कर दिया कि अगर पानागढ़ कांड की सच्चाई उजागर नहीं हुई और दोषियों को सख्त सजा नहीं मिली, तो BJP इस मुद्दे पर और बड़ा आंदोलन करेगी। उन्होंने चेतावनी दी कि राज्य में महिला सुरक्षा की मांग को लेकर BJP सड़कों पर उतरती रहेगी।
🔴 इस घटना के बाद दुर्गापुर डीसीपी ऑफिस के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। BJP के इस प्रदर्शन से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई और इलाका लगभग ठप हो गया।